अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (चौहान गुट) ने संयुक्त सलाकार समिति (जेसीसी) पर दावा जताया है। समिति उन जिलों में जेसीसी की बैठक बुलाएगी, जिनमें कार्यकारिणी का गठन कर लिया गया है। समिति की ये बैठकें उपायुक्त की अध्यक्षता में की जा सकती हैं। भविष्य में राज्यकारिणी के गठन के बाद मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य स्तर पर जेसीसी का आयोजन होगा। जेसीसी नवंबर माह में आयोजित की जाएगी। दरअसल, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (चौहान गुट) ने 30 अक्तूबर से पहले राज्य कार्यकारिणी के गठन का फैसला किया है। इसके बाद प्रदेश भर में कर्मचारियों समस्याओं पर मांगपत्र तैयार किया जाएगा और इसे मुख्यमंत्री को सौंपा जाएगा। अराजपत्रित कर्मचारी संघ जलशक्ति विभाग के प्रदेशाध्यक्ष एलडी चौहान ने बताया कि पांच जिलों में महासंघ का गठन अभी होना है। इनमें बिलासपुर, सोलन, कुल्लू, चंबा और लाहुल-स्पीति शामिल है। इन जिलों में पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए गए हैं, जबकि अन्य जिलों में कार्यकारिणी बन चुकी है।
जिन जिलों में कार्यकारिणी का गठन कर लिया गया है, वहां महासंघ उपायुक्त के साथ कार्यकारिणी का गठन करेगा। संयुक्त सलाहकार समिति का फैसला हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (चौहान गुट) के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष त्रिलोक ठाकुर और अराजपत्रित कर्मचारी संघ उद्यान विभाग के प्रदेशाध्यक्ष राजीव चौहान और अराजपत्रित कर्मचारी संघ जलशक्ति विभाग के प्रदेशाध्यक्ष एलडी चौहान ने किया है। फिलहाल, हिमाचल प्रदेश अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (चौहान गुट) ने शिमला जिला की कार्यकारिणी का गठन कर लिया है। कार्यकारिणी के चुनाव गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष त्रिलोक ठाकुर और उद्यान विभाग अराजपत्रित कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजीव चौहान की अध्यक्षता में आयोजित किए गए। राजपत्रित अधिकारी सुशील शर्मा चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर और हरदयाल सिंह सहायक रिटर्निंग ऑफिसर हाउस की स्वीकृति से नियुक्त किए गए थे।