कुल्लू के मनाली-लेह मार्ग पर रविवार को वाहनों की आवाजाही सुचारू रही। रोहतांग दर्रे सहित शिंकुला, बारालाचा व कुंजुम दर्रों में दिन भर बादल छाए रहे। हालांकि रविवार को हिमपात नहीं हुआ, लेकिन दर्रों में बर्फीली हवाओं से मौसम ठंडा रहा। छुटपुट पर्यटक भी शिंकुला व बारालाचा पहुंचे। शिमला से काजा होकर मनाली आने वाले पर्यटकों की संख्या अब नाममात्र रह गई है। लेह की ओर पर्यटकों का मनाली आना जारी है। लेह से पर्यटक मनाली होते हुए अपने घरों को वापस लौट रहे हैं।
तांदी-किलाड़ मार्ग भी चार दिन बाद शनिवार को बहाल हो गया है। तिंदी पास अभी भी भूस्खलन का खतरा बना हुआ है, लेकिन रविवार को मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रही। बीआरओ कमांडर कर्नल शबरिश वाचली ने बताया कि लेह मार्ग पर अभी सडक़ मरम्मत का कार्य जारी है और सरचू में अस्थायी ट्रांजिट कैंप भी स्थापित है। लेह सहित सभी मार्गों पर वाहनों की आवाजाही सुचारू है।