महिला आरक्षण विधेयक पर आज यानी गुरुवार को लोकसभा में चर्चा जारी है। इससे पहले बुधवार को लोकसभा में बहस के बाद इस बिल को पारित कर दिया गया। बिल पर चर्चा के दौरान बीजेपी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद जेपी नड्डा ने जवाब दिया। नड्डा ने इस दौरान कांग्रेस पर जमकर निशाना भी साधा। साथ ही उन्होंने इस बिल के लिए पीएम मोदी को शुक्रिया भी कहा।
नड्डा ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि महिला आरक्षण का जो विषय काफी लंबे अंतराल से चल रहा था, उसे उन्होंने एक निर्णायक मोड़ दिया है। वहीं उन्होंने नारी सशक्तिकरण के लिए पिछले 9 वर्षों में जो कार्य किए हैं, उसके लिए भी मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं।’
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री जब महिला सशक्तिकरण कहते हैं, तो वे हमेशा महिला नेतृत्व विकास की बात करते हैं। उन्होंने G20 में भी दुनिया को बताया कि यह केवल महिला सशक्तिकरण नहीं है, यह महिला नेतृत्व वाला विकास है। भारत की इस सोच को उन्होंने दुनिया के सामने G20 में भी रखा। भारतीय संस्कृति में नारी का स्थान आर्थिक स्वायत्ता में हमेशा रहा है। आध्यात्म से लेकर अध्यापन तक नारी का विशेष योगदान रहा है।
शोध में कहा गया कि पुरुषा की तुलना में महिलाओं में अधिक संवेदनशीलता होती है। इसके परिणामस्वरूप निर्णय लेने में उनकी क्षमता बेहतर और तेज होती है। सार्वजनिक हस्तियों के रूप में, महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक सुलभ होती हैं और भ्रष्टाचार के स्तर पर भी महिला प्रतिनिधि होने पर यह कम है।
नड्डा ने आगे कहा कि 21वीं सदी महिलाओं की सदी है। चाहे वह विज्ञान, सेना, शिक्षा या अर्थव्यवस्था का क्षेत्र हो, हमें गर्व है कि भारतीय महिलाएं अग्रणी भूमिका में रही हैं। आज सॉफ्टवेयर की दुनिया में 21% महिलाएं हैं। आज इसरो में मिशन मंगल हो या मिशन चंद्रयान या फिर आदित्य-L1। इन सबमें महिला वैज्ञानिकों का महत्वपूर्ण योगदान है। यह सिर्फ महिलाओं की उपस्थिति नहीं है, बल्कि उन्हें दुनिया में मिल रहा सम्मान भी है जो हमें विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के बारे में बताता है।
नड्डा ने कांग्रेस पर तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जितने सांसद हैं, उससे ज्यादा तो लोकसभा में हमारे ओबीसी सांसद हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने महिलाओं को हमेशा प्रोत्साहन दिया है। आज लोकसभा में हमारी 42, राज्यसभा में 14 सांसद हैं। केंद्र में हमारी महिला मंत्रियों की संख्या 10 है। भारत को पहला ओबीसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में भाजपा और एनडीए ने दिया। भाजपा के 85 लोकसभा सदस्य ओबीसी समाज से हैं। 27% विधायक और 40% एमएलसी ओबीसी समाज से हैं।