रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विपक्ष के नेता अधीर रंजन के बीच लोकसभा में तू-तू मैं-मैं देखने को मिली। दोनों नेताओं के बीच बहस की आग तब भड़की, जब राजनाथ ने चंद्रयान-3 की सफलता की चर्चा पर अपनी बात रख रहे थे। उसी समय विपक्ष नेता अधीर रंजन चौधरी ने राजनाथ की बात काटते हुए चीन पर सवाल पूछ लिया। दरअसल, अधीर रंजन ने पूछा कि क्या वे चीन पर बात करने को तैयार हैं? इस पर श्री सिंह ने कहा कि पूरी हिम्मत है…अधीर रंजन जी, इतिहास में मत ले जाइए।
इसके बाद रक्षा मंत्री ने कहा कि चर्चा करने को तैयार हूं, सीना चौड़ा करके चर्चा को तैयार हूं। इस दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों में नोकझोंक भी हुई। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने भाषण की शुरुआत चंद्रयान-3 की कामयाबी पर इसरो को बधाई देकर की। उन्होंने कहा कि हमारे प्राचीन ग्रंथों में भी विज्ञान का जिक्र मिलता है। इस दौरान कांग्रेस समेत विपक्ष के अन्य नेताओं ने राजनाथ सिंह को टोकने की कोशिश की, लेकिन राजनाथ नहीं रुके। वह अपनी बात आगे कहते रहे। राजनाथ सिंह ने विपक्ष की चुटकी लेते हुए कहा कि हमारे विपक्ष के कई साथी कहते हैं कि भारतीय संस्कृति और विज्ञान साथ-साथ नहीं चल सकते लेकिन, अगर आप वैज्ञानिक सोच रखते हैं तो पूर्ति पूजा कैसे कर सकते हैं। संस्कृति का विरोध करना आज प्रगतिवाद का सूचक हो गया है।