विधानसभा में आपदा पर जारी चर्चा के दौरान राज्य के बहुचर्चित ‘लेटर बम’ की आंच भी महसूस की गई। जिला भरमौर से बीजेपी विधायक डॉक्टर जनक राज ने सदन में ‘लेटर बम’ का मामला उठाने का प्रयास किया। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के रोकने के बाद इस मामले पर बात आगे नहीं बढ़ सकी।
डॉ. जनक राज ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लेटर किसी कांग्रेस के ही व्यक्ति का है, जो प्रदेश सरकार के भीतर भ्रष्टाचार को उजागर करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस लेटर को फर्जी कैसे घोषित कर दिया गया? जनक राज ने कहा कि जबसे यह मामला सामने आया है सैकड़ों लोग इसकी सत्यता के बारे में पूछ रहे हैं। स्पीकर ने उन्हें यह मामला एक दूसरे नियम के तहत लाने की बात कही। जनक राज ने कहा कि अब वह विधानसभा में वह व्यवस्था के प्रश्न के तहत इस मामले को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में पीड़ित लोगों को मदद नहीं मिल रही है। प्रदेश इस वक्त आपदा की स्थिति से जूझ रहा है और सरकार पोस्टर लगाने में लगी हुई है। चारों ओर ‘नया दौर और सुख की सरकार’ के पोस्टर नजर आते हैं। लेकिन दौर केवल आपदा का है और प्रदेश में कोई सुखी नहीं है। इस दौरान डॉक्टर जनक राज ने सरकार के परफॉर्मेंस को चुनौती देते हुए वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन करने की बात भी कह दी।