हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जिन लोगों के घर तबाह हो गए हैं या रहने लायक नहीं बचे हैं. उन्हें सरकार से एक लाख 62 हजार रुपए की राशि घर निर्माण के लिए प्रदान की जाएगी. इस राशि का आबंटन 24 सितंबर के बाद किया जाएगा. जिन लोगों को यह राशि आबंटित की जानी है, उनकी जियो टैगिंग की प्रक्रिया भी सरकार की ओर से पूरी कर लगी गई है. शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने यह जानकारी प्रदान की है. उन्होंने बताया कि प्रदेशभर में भारी बारिश के कारण 6500 से ज्यादा घर पूरी तरह से तबाह हुए है, वहीं, 13 हजार घरों में दरारें हैं। जिन लोगों के घरों में दरारे हैं या अन्य खतरा है, उन्हें राहत राशि सरकार की ओर से जारी कर दी गई है.
जिन लोगों के घर पूरी तरह से तबाह हो गए हैं, उन्हें 1.62 लाख रुपए की राशि का आबंटन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से 6551 घरों के लिए केंद्र से राशि जारी हुई है. यह राशि एक लाख 30 हजार रुपए हैं. वहीं, 20 हजार रुपए की राशि राज्य सरकार की ओर से दी जाएगी. इसके अलावा 12 हजार रुपए की राशि का बाथरूम के निर्माण के लिए दी जाएगी. कुल मिलाकर 1.62 करोड़ रुपए की राशि का आबंटन होगा। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में कई लोग ऐसे हैं, जिन लोगों की आपदा में सारी जमीन चली गई है. ऐसे लोगों को प्रदान करने के लिए मंथन चल रहा है. केंद्र से भी इस विषय में बात की जा रही है. वन विभाग की भूमि को गैर वानिकी गतिविधियों के लिए प्रयोग नहीं किया जा सकता है.इस बारे में मंथन चल रहा हैं कि लोगों को कैसे जमीन दी जाए.
पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि जिला परिषद काडर के कर्मचारियों की मांगो पर मंथन किया जा रहा है. जिला परिषद कर्मचारियों की पहली मांग ग्रामीण विकास विभाग में मर्जर की है. इस बारे में फाइल वित्त विभाग के पास विचाराधीन है. इन कर्मचारियों की मांगों पर मंथन किया जा रहा है. मर्जर की प्रक्रिया आसान नहीं हैं, इसमें कई अड़चनें हैं. इन अड़चनों को दूर कर कैसे जिला परिषद कर्मचारियों का मर्जर किया जा सके. इस पर विचार चल रहा है. इसके अलावा इन कर्मचारियों अन्य मांग छठे वेतन आयोग को लागू करना है. इस पर भी विचार विमर्श किया जा रहा है.
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने लोक निर्माण अधिकारियों को एक बार फिर 15 सितंबर तक सभी सडक़ें बहाल करने के निर्देश दिए हैं. विक्रमादित्य सिंह सोमवार को अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में अब 60 सडक़ें बंद बची हैं. जो सडक़ें पुल या बड़े डंगे धंसने की वजह से बंद हुई हैं, उन्हें बहाल करने की भी समयसीमा तय करने की बात उन्होंने कही है. उन्होंने कहा कि हिमाचल में सडक़ों की बदतर हालत को लेकर वह जल्द ही दिल्ली का दौरा करेंगे. इस दौरान केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात होगी. उन्होंने बताया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी हिमाचल के अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा करेंगी. प्रदेश में हुए सडक़ों के नुकसान को लेकर वे भी दिल्ली में नेताओं से मुलाकात कर जल्द से जल्द राहत मुहैया करवाने का आह्वान करेंगे.