इस बार 15 देशों के कलाकार दल अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में भाग लेंगे, इस दौरान पूरा अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने सरकार और प्रशासन जुट गया है. इससे यहां की संस्कृति विदेशों तक पहुंचेगी तथा यहां पर्यटन का विकास होगा. वहीं दूसरी ओर 24 अक्तूबर से शुरू होने वाले कुल्लू दशहरा के लिए समिति ने जिला कुल्लू के 332 देवी-देवतओं को उत्सव में आने के लिए निमंत्रण भेज दिए हैं. यह निमंत्रण पत्र सभी कारदारों को उपमंडल अधिकारियों, तहसीलदारों व नायब तहसीलदारों की मदद से पहुंचाए जाएंगे। आपदा के चलते रास्ते व सडक़ों के अवरुद्ध होने से निमंत्रण पत्र 15 सितंबर तक सभी कारदारों तक पहुंचने की उम्मीद है. इसके बाद देव समाज दशहरा की आगामी तैयारियों में जुट जाएगा. गौर हो कि अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा में बाह्य सराज आनी निरमंड से लेकर मनाली तक के देवी-देवता भाग लेते हैं.
भगवान रघुनाथ की अगवाई में मनाए वाले कुल्लू दशहरा में माता हिडिंबा, बिजली महादेव के साथ बाह्य सराज के अधिष्ठाता खुडीजल, टकरासी नाग, ब्यास ऋषि, कोट पझारी, चोतरू नाग, देवता चंभू, सप्त ऋषि समेत 300 देवी-देवता अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं. दशहरा उत्सव में साल दर साल देवी-देवताओं की संख्या में वृद्धि हो रही है. खास बात है कि बाह्य सराज के देवी-देवता 150 से 200 किलोमीटर का पैदल सफर कर दशहरा उत्सव में पहुंचते हैं. 2021 में रिकार्ड 283 देवताओं ने उत्सव में भाग लिया था, जबकि 2022 में 304 देवी-देवताओं ने दशहरा की शोभा को बढ़ाया था, जो दशहरा के इतिहास में सबसे अधिक मौजूदगी थी. देवी-देवता कारदार संघ के अध्यक्ष दोत राम ठाकुर ने कहा कि दशहरा समिति की ओर से भेजे निमंत्रण पत्र देवी-देवताओं को अगले दो सप्ताह तक मिलना शुरू हो जाएंगे. मुख्यालय के आसपास के कई देवताओं को निमंत्रण पत्र मिलना शुरू हो गए हैं.
सहायक आयुक्त कुल्लू शशिपाल शर्मा ने कहा कि दशहरा उत्सव समिति कुल्लू ने जिला के 332 अधिक माफीदार और गैर माफीदार देवी-देवताओं को निमंत्रण पत्र भेजा है. वहीं सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर का कहना है कि इस बार 15 देशों के कलाकार दल अंतरराष्ट्रीय कुल्लू विजया दशमी उत्सव में भाग लेंगे, जिसे पूरा अंतरराष्ट्रीय स्वरूप देने सरकार और प्रशासन जुट गया है. इससे यहां की संस्कृति विदेशों तक पहुंचेगी तथा यहां पर्यटन का विकास होगा.