उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान आपदा राहत कार्यों का निरीक्षण और हाल में हुई बारिश से रिवालसर झील को हुए नुकसान का जायदा लेने रिवालसर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रिवालसर झील को भविष्य में कोई नुकसान न हो इसके लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रिवालसर झील तीन धर्मों से जुड़े लोगों की आस्था का प्रतीक है. भारी बारिश से गाद आने से पवित्र झील को काफी नुकसान पहुंचा है. बरसात के दौरान साथ लगती पहाड़ियों से निकला मलबा पानी के रास्ते झील में समाया है जिससे इसकी गहराई और इसका दायरा कम हुआ है.
उन्होंने कहा झील की रक्षा करना सरकार और हम सब की जेम्मेदारी बनती है. प्रदेश सरकार ने प्रशासन से इसकी विस्तृत रिपोट मांगी है. जिसमें किस तरह से झील को सुरक्षित किया जाए यह सुनिश्चित किया जाएगा. उद्योग मंत्री ने यह भी कहा है कि एक लंबी अबधि की योजना के तहत इसकी सुरक्षा, डिसिल्टिंग व इसके सौंदर्यीकरण को लेकर एक डीपीआर तैयार की जाएगी ताकी भविष्य में झील को इस प्रकार की कोई हानि न हो.
इस दौरान उद्योग मंत्री ने बाबा धजाधारी मंदिर में पूजा अर्चना की जिसके बाद आपदा प्रभावित लोगों से रूबरू होते हुए उन्होंने प्रभावितों को भरोसा दिया कि प्रदेश सरकार उनकी हरसंभव मदद करगी. इस सबंध में प्रसाशनिक अधिकारियों को हिदायत दी गई है कि आपदा प्रभावितों को उचित हर्जाना मिले. उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधाओं को मध्यनजर रखते हुये प्रदेश सरकार ने सड़कों की बहाली को लेकर बड़े पैमाने पर अभियान चलाया हुआ है.