अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को साल 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने, धोखाधड़ी और साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया गया। हालांकि, औपचारिक गिरफ्तारी के बाद उन्हें 200,000 अमेरिकी डॉलर के मुचलके पर रिहा कर दिया गया। मगर क्या आप जानते हैं कि ट्रंप के खिलाफ जॉर्जिया चुनाव को प्रभावित करने का क्या मामला है? आइए जानते हैं कि ट्रंप पर क्या आपोर हैं जिसमें उनकी गिरफ्तारी हुई।
जॉर्जिया चुनाव परिणाम को पलटने के प्रयास करने के लिए 18 सह-प्रतिवादियों के साथ मिलीभगत करने के आरोपी ट्रंप दक्षिणी राज्य अटलांटा की फुल्टन काउंटी जेल में केस दर्ज करने और बांड पर रिहा होने के लिए पहुंचे थे।
डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी इतिहास में आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले पहले राष्ट्रपति हैं। जॉर्जिया मामले में चुनाव परिणाम में हस्तक्षेप और प्रभावित करने के उनके कथित प्रयासों के संबंध में उन पर 13 केसों में मामला दर्ज किया गया है। इस चुनाव में वह वर्तमान राष्ट्रपति दो बिडेन से हार गए थे।
इस केस में ट्रंप के खिलाफ जो सबसे पुख्ता सबूत हैं उसमें से एक टेप शामिल है। इस टेप में ट्रंप एक फोन कॉल पर कथित तौर से जॉर्जिया के तत्कालीन स्टेट सेक्रेटरी से चुनाव परिणाम को उलटने के लिए पर्याप्त वोट “लाने” के लिए कह रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रंप को जॉर्जिया के रैकेटियर इन्फ्लुएंस्ड एंड करप्ट ऑर्गेनाइजेशन अधिनियम का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही उनको जालसाजी करने, एक पब्लिक ऑफिसर का रूप बदलने और झूठे बयान और दस्तावेज जमा करने के कथित प्रयासों पर छह साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के अलावा साथ देने वाले 18 सह-प्रतिवादियों को भी दोषी ठहराया गया है। उनमें ट्रंप के पूर्व निजी वकील रूडी गिउलिआनी भी शामिल थे। गिउलिआनी के खिलाफ आरोप चुनाव के बाद परिणाम पर स्थानीय लेजिस्लेचर पर प्रभाव डालने के कथित प्रयासों से जुड़े हैं। इसके अलावा ट्रंप के व्हाइट हाउस चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज भी दोषी ठहराए गए लोगों में शामिल हैं।