हिमाचल प्रदेश में बारिश से जनता बेहाल है. पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपनी गृह क्षेत्र सराज में बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द सड़कों की बहाली की मांग की है.
पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से प्रदेश में बंद हुई सड़कों को जल्द खोलने की मांग की है. यह मांग उन्होंने अपने गृह क्षेत्र सराज के कुकलाह और इसके आसपास के क्षेत्रों में बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद उठाई. प्रदेश में भारी बरसात के बाद सैकड़ों सड़कें बंद हैं.जयराम का सरकरा पर आरोप: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बंद पड़ी सड़कों को खोलने के लिए गंभीर प्रयास नहीं हो रहे हैं. जबकि आपदा की इस घड़ी में सड़क बहाली का काम युद्धस्तर पर होना चाहिए. मंडी और कुल्लू का संपर्क डेढ़ माह से कटा हुआ है. लोग मुश्किलों में फंसे हैं, कहीं पर लोग राशन की किल्लत से जूझ रहे हों, तो कहीं पेट्रोल डीजल अब खत्म हो चुका है. सराज में भी ज्यादातर सड़कें बाधित हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि कई पंचायतों में पिछले डेढ़ माह से एक भी वाहन नहीं पहुंचा है और लोगों को राशन भी भारी किल्लत हो रही है. जयराम ने कहा कि किसी भी प्राकृतिक आपदा के बाद जिला मुख्यालय से डीसी मंडी मौके पर फौरन पहुंचते हैं, लेकिन इस बीच स्थानीय प्रशासन आपदा प्रभावित लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है, जो की बेहद चिंता का विषय है. सैकड़ों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है और बिजली-पानी का संकट दूर करने के लिए फील्ड में अधिकारी दिखाई नहीं दे रहे हैं.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कुकलाह में सारे इलाके में अधिकांश घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. एक ही दिन में सराज में 6 लोगों की दुखद मौत हुई है. कई गांवों के लोग रिश्तेदारों के घर में ठहरे हुए हैं. कुकलाह पहुंचने पर जयराम ठाकुर ने स्कूल परिसर और क्षतिग्रस्त घरों का जायजा लिया, जो की भारी बारिश और आपदा के चलते क्षतिग्रस्त हो गए हैं. ग्रामीणों के अनुसार कुकलाह में करीब 12 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर कुकलाह पंचायत के जयानंद से भी वे मिले और उनके बेटे की दुखद मृत्यु पर शोक जताया. गौरतलब है कि जयानंद का 22 वर्षीय बेटा नोक सिंह की इस आपदा में दुखद मृत्यु हो गई थी. नोक सिंह बादल फटने के बाद कुकलाह नाले में आई बाढ़ की चपेट में आ गया था. जिसकी बाद मलबे से उसका शव बरामद हुआ था. हिमाचल प्रदेश में विभिन्न स्थानों से ऐसी भयावह घटनाएं सामने आ रही हैं. इस बार की बरसात ने प्रदेश को कभी न भूल पाने वाले जख्म दिए हैं.