भारत के स्वदेशी मिशन चंद्रयान-3 ने जहां एक तरफ सफल लैंडिंग के माध्यम से भारत की शक्ति और प्रगति का सबूत दिया है तो वहीं अब भारत के डिफेंस सेक्टर से भी एक बड़ी खुशखबरी आई है. स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस से गोवा के तट पर हवा से हवा में मार करने वाली बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल अस्त्र का सफल परीक्षण किया गया.
रक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि करीब 20,000 फुट की ऊंचाई पर विमान से अस्त्र मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया, जो सफल रहा. परीक्षण के सभी उद्देश्य पूरे हो गए हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एलसीए तेजस से मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस परीक्षण से तेजस की युद्धक क्षमता में काफी वृद्धि होगी और आयातित हथियारों पर निर्भरता कम होगी. भारतीय वायुसेना ने पहले ही 250 अस्त्र-1 मिसाइलों के लिए प्रारंभिक ऑर्डर दे दिया है.
दरअसल, अस्त्र मिसाइल ऑप्टिकल प्रॉक्सीमिटी फ्यूज टारगेट से टकराकर फट जाती है. जहां पायलट की नजर नहीं जाती, वहां पर भी यह मिसाइल दुश्मन को धराशाई कर देगी. इस मिसाइल का वजन 154 किलो, लंबाई 12.6 फुट, व्यास 7 इंच, मारक क्षमता 160 किमी है. इसमें हाई-एक्सप्लोसिव, प्री-फ्रैगमेंटेड एचएमएक्स हथियार लगा सकते हैं. अस्त्र-1 मैक 4.5 पर ध्वनि की गति से चार गुना अधिक गति से हवा से हावा में मार करने में सक्षम है.