बारिश के कहर ने हिमाचल के स्कूल-कॉलेजों को भारी नुकसान पहुंचाया है. शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के छह जिलों के उपनिदेशकों से पोस्ट डिजास्टर नीड एसेसमेंट रिपोर्ट मांगी है। निदेशालय ने सभी जिलों को यह रिपोर्ट 26 अगस्त तक जमा करने के आदेश दिए हैं। उच्चतर शिक्षा निदेशक ने इस संबंध में बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, लाहुल-स्पीति, सिरमौर व उना जिलों के उपनिदेशकों का पत्र लिखकर दिशा निर्देश जारी किए हैं।
निदेशालय ने स्कूलों व कालेजों में मानसून सीजन के दौरान नौ से 11 जुलाई और 11 से 15 अगस्त तक हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद इस रिपोर्ट को आपदा प्रबंधन को भेजकर नुकसान की भरपाई के लिए कार्य शुरू किया जाना है। मानसून सीजन में जुलाई और अगस्त माह में स्कूलों व कालेजों में करोड़ों का नुकसान हुआ है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार अब तक प्रदेश के स्कूलों व कालेजों में 118 करोड़ के नुकसान का अनुमान है। इसमें से जिला उपनिदेशकों से जुलाई माह में भी शिक्षा विभाग द्वारा नुकसाल की रिपोर्ट मांगी गई थी। यह रिपोर्ट निदेशालय से शिक्षा सचिव को भेज दी गई है।
जुलाई माह में बारिश व भूस्खलन से शिक्षा विभाग को करोड़ों का नुकसान हुआ है। प्रारंभिक शिक्षा व उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत स्कूलों व कालेजों को जुलाई माह में बारिश व भूस्खलन के चलते 77.34 करोड़ का नुकसान हुआ है। मानसून सीजन के अंत तक यह आंकड़ा काफी बढ़ सकता है। विभाग के अनुसार लगातार जारी बारिश से प्रारंभिक शिक्षा के अंतर्गत आने वाले 164 प्राथमिक व मिडल स्कूलों में अब तक 58.94 करोड़ का नुकसान हुआ है।
अभी भी कई प्राथमिक व मिडल स्कूलों से नुकसान की रिपोर्ट आ रही है। बिलासपुर जिला के 15 स्कूलों में 4.76 करोड़, चंबा के 14 स्कूलों में पांच करोड़ पचास हजार, हमीरपुर के सात स्कूलों में 2.67 करोड़, कांगड़ा के आठ स्कूलों में 3.13 करोड़, कुल्लू के 18 स्कूलों में 6.92 करोड़, किन्नौर के तीन स्कूलों में 37 लाख, जबकि लाहुल स्पीति में बारिश से कोई नुकसान नहीं हुआ है। मंडी के 22 स्कूलों में 7.93 करोड़, शिमला के 20 स्कूलों में 7.36 करोड़, सोलन के 32 स्कूलों में सबसे ज्यादा 11.50 करोड़, सिरमौर के 16 स्कूलों में 6.04 करोड़ व ऊना जिला के नौ स्कूलों में तीन करोड़ 23 लाख का नुकसान हुआ है, वहीं 144 हाई व सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में जुलाई माह तक 11.40 करोड़ का नुकसान हुआ है। इसके अलावा कालेजों में अब तक सात करोड़ का नुकसान हुआ है। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों व कालेजों से प्राप्त नुकसान की रिपोर्ट को कंपाइल करके राजस्व विभाग को भेजा जा रहा है।