धर्मशाला: कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश टी डेवलपमेंट बोर्ड की बैठक कृषि विभाग के सौजन्य से चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित हुई. उन्होंने कहा कि हिमाचल में पालमपुर को कांगड़ा चाय के लिए जाना जाता है और यहां की चाय में काफी औषधीय गुण है .उन्होंने चाय उद्योग के उत्थान के लिए प्रदेश सरकार की ओर से हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया.
बैठक में उन्होंने आईएचबीटी पालमपुर के वैज्ञानिकों के द्वारा विकसित की गई चाय की नयी किस्म को कृषि विभाग के चाय विंग के साथ मिलकर पूर्णता तकनीकी सहयोग कर चाय उत्पादकों के बगीचों में डेमोंसट्रेशन फार्म तैयार करने की भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा की नई वैरायटी बदलते वातावरण के अनुरूप बेहतर परिणाम देगी तो चाय उत्पादक धीरे-धीरे कर पुराने चाय के पौधों की जगह नई वैरायटी को लगाकर अपनी अजीविका सुदृढ़ कर सके. इसके इसके साथ उन्होंने चाय उत्पादकों को मौसम की सटीक जानकारी उपलब्ध करवाने को भी कहा.
उन्होंने कहा कि चाय उत्पादन के प्रोत्साहन के लिए शोध कर रहे अनुसंधानों से भी आग्रह किया कि चाय उत्पादन के उत्थान के लिए आवश्यक कदम उठाएं. उन्होंने उत्पादकों से भी आग्रह किया कि वर्तमान में हो रहे वातावरण में परिवर्तन चाय के पौधों के रखरखाव करे.
हिन्दुस्थान समाचार