हिमाचल प्रदेश अपनी मनमोहक वादियों और बर्फीली पहाड़ियों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है. शिमला, मनाली और कसौल जैसे पॉपुलर टूरिसट प्लेसेस हमेशा पर्यटकों से गुलजार रहते हैं, लेकिन इस खूबसूरत राज्य में कई ऐसे छिपे हुए अनमोल रत्न भी हैं जो भीड़भाड़ से दूर अपनी प्राकृतिक सुंदरता को संजोए हुए हैं. इन्हीं ऑफबीट डेस्टिनेशंस में से एक है चंद्रताल झील, जो स्पीति घाटी की लगभग 4,300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यहां आपको झील का शीतल नीला पानी और चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ों के शानदार दृश्यों देखने को मिलेंगे. इसे “चंद्रमा झील” और “मून लेक” के नाम से भी जाना जाता है. क्योंकि झील का आकार अर्धचांद जैसा है. जिसका अर्थ है चांद की झील.

यह झील ट्रेकर्स और नेचर लवर्स के लिए लोकप्रिय स्पॉट है. जहां आप शहर की भागदौड़ से दूर शांति और आराम के दो पल बिता सकते हैं. चंद्रताल झील और आसपास का नजारा देखकर आंखें ठहर जाती हैं. माना जाता है कि झील का पानी दिन के अलग-अलग समय में अपना रंग बदलता प्रतीत होता है. कभी गहरा नीला तो कभी हल्का फिरोजी, जो देखने में बहुत सुंदर और जादुई लगता है. इसके चारों ओर बर्फ से ढकी चोटियां और विशाल खुले मैदान हैं जो इस स्थान को और भी अधिक मनोरम बनाते हैं.
चंद्रताल लेक एक ऐसा सीक्रेट स्पॉट है जहां शांति और खूबसूरती एक साथ मौजूद है.

पौराणिक कथाएं और महत्व:
चंद्रताल झील न केवल अपनी अद्भुत सुंदरता के लिए जानी जाती है, बल्कि इसका पौराणिक महत्व भी है. माना जाता है कि यह वही पवित्र स्थान है जहां भगवान हनुमान ने स्वर्ग से संजीवनी बूटी लाते समय कुछ पल विश्राम किया था. कुछ लोक कथाएं यह भी कहती हैं कि यह झील परियों का निवास स्थान है, जो इस शांत स्थान में रहस्य और आकर्षण का एक अतिरिक्त परत जोड़ती हैं. के कारण इस झील के प्रति लोगों की श्रद्धा और भी बढ़ जाती है.

ट्रेकिंग का लोकप्रिय स्पॉट:
यदि आप एक एडवेंचर लवर और ट्रेकिंग करना आपको पसंद है, तो आपके लिए मून लेक पहुंचना बहुत मजेदार हो सकता है. बता दें कि यहां से रोमांचक ट्रेकिंग मार्ग निकलते हैं, जो स्पीति घाटी के लुभावने दृश्यों का अनुभव कराते हैं. ट्रैकिंग और कैंपेनिंग करने वाले लोगों को यह स्पॉट बहुत पसंद आएगा. चंद्रताल से बारालाचा ला दर्रे (Baralacha La Pass) तक का ट्रेक विशेष रूप से लोकप्रिय है, जो ऊंचे पहाड़ों, ग्लेशियरों और विशाल खुले मैदानों से होकर गुजरता है. इस ट्रेक के दौरान, यात्रियों को स्पीति की अनूठी संस्कृति और स्थानीय जीवनशैली को करीब से देखने का मौका मिलता है.

ऐसे पहुंचे चंद्रताल झील:
चंद्रताल झील तक सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकता है, हालांकि रास्ते थोड़े चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं. अगर आप झील तक पहुंचने के लिए छोटा रास्ता चाहते हैं, तो मनाली का मार्ग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है. मनाली से काजा की ओर बढ़ते हुए, लोसर गांव से लगभग 14 किलोमीटर रकी दूरी पर एक कच्चा रास्ता चंद्रताल की ओर जाता है. गर्मियों के महीनों (जून से अक्टूबर) के दौरान, झील के किनारे अस्थायी कैंपिंग साइटें स्थापित की जाती हैं, जहां पर्यटक रात बिता सकते हैं और तारों से भरे आसमान के साथ झील के शांत नजारों का आनंद ले सकते हैं. हालांकि, यहां बुनियादी सुविधाओं की ही अपेक्षा की जानी चाहिए, जो इस स्थान की प्राकृतिक और सुंदरता को बनाए रखने में मदद करता है.

यात्रा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव:
ऊंचाई का ध्यान रखें: चंद्रताल झील अत्यधिक ऊंचाई पर स्थित है, इसलिए यात्रा से पहले ऊंचाई के अनुकूल होने के लिए समय निकालना महत्वपूर्ण है.
मौसम की तैयारी: स्पीति घाटी में मौसम अप्रत्याशित हो सकता है, इसलिए गर्म कपड़े, रेनकोट और सनस्क्रीन साथ रखना आवश्यक है.
पर्यावरण का सम्मान करें: यह एक संवेदनशील पारिस्थितिक क्षेत्र है, इसलिए कचरा न फैलाएं और प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने में सहयोग करें.
परमिट: कुछ क्षेत्रों में यात्रा के लिए परमिट की आवश्यकता हो सकती है, इसलिए अपनी यात्रा से पहले इसकी जानकारी अवश्य कर लें.
उचित समय: चंद्रताल झील घूमने का सबसे उचित समय जून से सितंबर के बीच है. सर्दी के मौसम में यहां सड़कें बर्फ से जाम रहती हैं. इश दौरान यहां मौसम सुहावना रहता है.
चंद्रताल झील वास्तव में हिमाचल प्रदेश का एक अनमोल रत्न है. यदि आप पहाड़ों का रूख करने की योजना बना रहे हैं और भीड़भाड़ से दूर किसी शांत और मनोहरम स्थान की तलाश में हैं, तो चंद्रताल झील निश्चित रूप से आपकी लिस्ट में होनी ही चाहिए. इसका सुंदर नीला पानी, चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ और शांत वातावरण आपको एक ऐसा अनुभव प्रदान करेंगे जो हमेशा आपकी यादों में बसा रहेगा. यह एक ऐसा ऑफबीट स्पॉट है जो आपको प्रकृति की सुंदरता से सीधे जुड़ने और शहरी जीवन के तनाव से दूर शांति का अनुभव करने का अवसर देता है.