शिमला: हिमाचल प्रदेश राजभवन में दशकों से सहेजे जा रहे भारत-पाक ऐतिहासिक शिमला समझौते की टेबल पर अब केवल भारत का तिरंगा लहराता नजर आ रहा है. इस ऐतिहासिक मेज से पाकिस्तान का झंडा हटा दिया गया है. हालांकि इसे कब हटाया गया, इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
गौरतलब है कि वर्ष 1972 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए शिमला समझौते पर हस्ताक्षर इसी टेबल पर हुए थे. भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने 2-3 जुलाई 1972 की रात इस ऐतिहासिक दस्तावेज पर दस्तखत किए थे.
शिमला स्थित राजभवन के कीर्ति हाल में यह टेबल एक ऊंचे मंच पर पीतल की रेलिंग के घेरे में सुसज्जित है. सामने लगी पट्टिका पर लिखा है “शिमला समझौता यहाँ 3-7-1972 को हस्ताक्षरित हुआ.” टेबल के साथ इंदिरा गांधी और भुट्टो की वह प्रसिद्ध तस्वीर भी रखी गई है, जिसमें दोनों ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर करते नजर आते हैं. दीवारों पर उस समय के कई और दुर्लभ चित्र भी प्रदर्शित किए गए हैं.
पहले इस टेबल पर भारत के तिरंगे के साथ पाकिस्तान का झंडा भी मौजूद था. जिस ओर इंदिरा गांधी बैठी थीं, वहां तिरंगा और भुट्टो के सामने पाकिस्तान का झंडा लगाया गया था. लेकिन अब यहां से पाकिस्तान का झंडा गायब है. राजभवन के अधिकारियों से जब इस विषय में सवाल किया गया तो उन्होंने केवल इतना कहा कि फिलहाल टेबल पर पाकिस्तान का झंडा नहीं है.
बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान द्वारा शिमला समझौते को निलंबित किया गया है. पहलगाम में हुए भीषण हमले में 27 भारतीय पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने सख्त रुख अपनाया है. इसके जवाब में पाकिस्तान ने 53 साल पुराने शिमला समझौते को एकतरफा निलंबित करने का ऐलान किया.
हिन्दुस्थान समाचार