शिमला: हिमाचल प्रदेश में शराब के नशे में धुत्त होकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है. वर्ष 2024 में पुलिस ने ड्रंकन ड्राइविंग के कुल 13,165 चालान किए हैं. इस दौरान 1300 लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया जबकि 3391 मामलों में ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए. यह जानकारी राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी एक रिपोर्ट में सामने आई है.
रिपोर्ट के अनुसार एक जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक के आंकड़ों में शिमला जिला सबसे आगे रहा जहां 2078 चालान किए गए और 224 लोगों को गिरफ्तार किया गया. यहां सबसे अधिक 535 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए. इसके बाद मंडी जिला रहा जहां 1493 चालान और 268 गिरफ्तारियां हुईं तथा 397 लाइसेंस निलंबन की संस्तुति की गई.
सोलन जिला में भी स्थिति चिंताजनक रही, जहां 1376 चालान, 158 गिरफ्तारी और 477 लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए.
बद्दी और बिलासपुर में भी नशे में गाड़ी चलाने के मामले बड़ी संख्या में सामने आए. बद्दी में 1333 चालान किए गए और 98 लोगों को पकड़ा गया जबकि बिलासपुर में 1128 चालान के साथ 113 गिरफ्तारी और 450 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए. चंबा में 831 चालान, 116 गिरफ्तार और 365 लाइसेंस निलंबन को भेजे गए.
कुछ जिलों में कार्रवाई अपेक्षाकृत कम रही. हमीरपुर और कांगड़ा में चालान तो काफी संख्या में हुए लेकिन एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई. हमीरपुर में 446 चालान और 145 लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए जबकि कांगड़ा में 1273 चालान के बावजूद कोई गिरफ्तारी नहीं हुई हालांकि 198 लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए. किन्नौर में 411 चालान, 19 गिरफ्तारी और 18 लाइसेंस निलंबन के लिए गए वहीं कुल्लू में 862 चालान, 36 गिरफ्तार और 106 लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए.
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में 189 चालान किए गए लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, हालांकि 64 मामलों में लाइसेंस निलंबन की सिफारिश की गई. पुलिस जिला नूरपुर में 544 चालान, 27 गिरफ्तारी और 145 लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई हुई. सिरमौर में 593 चालान, 23 गिरफ्तार और 94 लाइसेंस निलंबन को भेजे गए.
उना में 339 चालान, 61 गिरफ्तार और 106 लाइसेंस निलंबन की सिफारिश हुई. रेलवे पुलिस (जीआरपीएस) शिमला और जीआरपीएस कांगड़ा ने भी सख्त कार्रवाई की. जीआरपीएस शिमला में 66 चालान, सभी 66 गिरफ्तार और 42 लाइसेंस निलंबन की प्रक्रिया हुई वहीं जीआरपीएस कांगड़ा में 81 चालान और सभी 81 लोगों को गिरफ्तार कर 30 लाइसेंस निलंबन के लिए भेजे गए.
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि सितंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच प्रदेश में दर्ज सड़क दुर्घटनाओं के विश्लेषण से यह सामने आया कि करीब 23 प्रतिशत हादसे शराब पीकर वाहन चलाने के कारण हुए.
उन्होंने कहा कि ड्रंकन ड्राइविंग के ख़िलाफ़ आमजन में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रदेश के प्रमुख स्थलों पर 12 डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाए हैं. इनमें ड्राइविंग के दौरान नशा न करने की अपील के साथ सड़क सुरक्षा से जुड़ी जानकारी भी दी जा रही है.
प्रवक्ता ने बताया कि हाल के महीनों में पैदल यात्रियों की सड़क दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हुई है जो अधिकतर राष्ट्रीय राजमार्गों पर शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच हुईं. इनमें से अधिकांश दुर्घटनाएं शिक्षण संस्थानों के पास हुईं जहां छात्र घायल हुए हैं.
पुलिस मुख्यालय ने लोगों से आग्रह किया है कि यदि वे किसी को नशे की हालत में वाहन चलाते हुए देखें तो तुरंत 112 पर सूचना दें या नजदीकी थाना को इसकी जानकारी दें.
हिन्दुस्थान समाचार