पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में हर दिन देश और विदेशों से कई पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. शिमला, मनाली और डलहौजी जैसे जगहों पर बड़ी संख्या में सैलानी घूमने या वेकशन मनाने पहुंचते हैं. हिमाचल की पॉपुलर प्लेसेस के बार में तो लगभग हर व्यक्ति जानता है. पर्यटक भी बार-बार केवल इन्हीं जगहों पर जाना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं पहाड़ों के बीच कई ऐसा खूबसूरत डेस्टिनेशन हैं जिनके बारे में लोगों को पता ही नहीं है. अगर आप ट्रेवल लवर हैं और हिमाचल प्रदेश की चर्चित जगहें घूम चुके हैं. तो हम आपको बताएंगे उन स्पॉट के बारे में जो खूबसूरती में बाकी टूरिसट प्लेसस को टक्कर देती है. यहां का शांत वातावरण और अद्भुत नजारे आपका दिल जीत लेंगे.
1. शोझा (Shojha):
शोझा मनाली से लगभग 70 किमी दूर स्थित एक छोटा और शांतिपूर्ण गांव है, जो अपने घने जंगल, मनमोहक दृश्य और बर्फीले पहाड़ों के लिए फेमस है. कैंपिंग, बर्डवॉचिंग और ट्रेकिंग के लिए यह जगह एक बेहतरीन स्पॉट है. यह गांव जलोरी दर्रे के पास स्थित है. इसके आसपास सेरोल्सर झील और रघुपुर किले जैसे स्थलों पर भी आप ट्रेकिंग कर सकते हैं.
2. करसोग घाटी (Karsog Valley):
हिमालय की गोद में बसी करसोग घाटी एक और शानदार ऑफबीट डेस्टिनेशन है. यह मंडी जिले में स्थित है और अपनी शांति, सुंदरता, घने देवदार के जंगल, सेब के बागान और प्राचीन मंदिरों के लिए फेमस है. माना जाता है कि द्वापर युग में पांडव जब अज्ञातवास में थे, तो उन्होंने करसोग घाटी में अपना कुछ समय बिताया था. यहीं से वे हिमालय को पार करके गंधमादन पर्वत पहुंचे थे, जहां भीम पवन पुत्र हनुमान से मिले थे. ग्रामीण जीवन को करीब से अनुभव करने के लिए आप इस जगह का रुख कर सकते हैं. आप यहां ममलेश्वर महादेव मंदिर और कामाक्षा देवी मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकते हैं.
3. तीर्थन घाटी (Tirthan Valley):
तीर्थन घाटी, कुल्लू जिले में स्थित एक सुंदर घाटी है. यह घाटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और रोमांचक गतिविधियों के लिए जानी जाती है. यहां घने जंगल, ऊंचे पहाड़, और तीर्थन नदी का निर्मल पानी है. तीर्थन घाटी ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क का प्रवेश द्वार भी है, जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है. यहां आप ट्रेकिंग, मछली पकड़ने, और प्रकृति के बीच आराम करने का आनंद ले सकते हैं.
4. रेणुका झील (Renuka Lake):
सिरमौर जिले में स्थित रेणुका झील, हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी और खूबसूरत झील है. इसके बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते हैं. हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यह भगवान विष्णु के 6ठें अवतार ऋषि परशुराम का जन्मस्थान भी है. इस झील का नाम भगवान परशुराम की माता देवी रेणुका के नाम पर रखा गया था. इस झील में आप बोटिंग का आनंद उठा सकते हैं. झील के चारों ओर लगभग 4 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया है, जहां कई प्रकार के जीव-जंतु और पक्षी पाए जाते हैं.