शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में सुक्खू सरकार पर आबकारी विभाग से राजस्व अर्जित करने को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सरकार का दावा कि नई शराब नीति से राजस्व में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी, तीसरे साल भी बेनकाब हो रहा है. जयराम ठाकुर ने कहा, “शराब के ठेकों की नीलामी में कई यूनिट्स के लिए कोई बोली लगाने वाला सामने नहीं आ रहा है, जिससे यह साबित होता है कि सरकार की नीतियों में कहीं न कहीं खामी है. इसके पीछे कोई खेल होने की संभावना लोग व्यक्त कर रहे हैं.”
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने गत वर्ष भी हिमाचल के लोगों से यह झूठ बोला था कि नई शराब नीति से 40 प्रतिशत आय बढ़ेगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री ने विधानसभा में खड़े होकर दावा किया था कि नई शराब नीति से आबकारी राजस्व में 40 प्रतिशत की वृद्धि होगी, लेकिन सच यह है कि राजस्व में कोई वृद्धि नहीं हुई. मुख्यमंत्री और उनके साथ बैठे लोग चाहे जितना झूठ बोलें, लेकिन सच्चाई सामने आ ही जाती है.”
जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार में शराब माफिया हावी है, यही कारण है कि शराब ठेकों की नीलामी से राजस्व नहीं बढ़ पा रहा है. “हमारे समय में कोविड जैसी महामारी के बावजूद हमने राजस्व घटने नहीं दिया था,” उन्होंने कहा. उन्होंने सरकार के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि हाल ही में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के दौरान आबकारी राजस्व में तीन तिमाहियों में पांच प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई.
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार की हठधर्मिता के कारण शराब ठेका नीलामी से राजस्व प्राप्ति का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया. उन्होंने कहा “नीलामी के आखिरी दिन भी कई यूनिट्स नहीं बिके और रिजर्व प्राइस पर भी उन्हें बेचना पड़ा,” .
जयराम ठाकुर ने कहा कि अब तक कई जिलों में कई यूनिट्स के लिए किसी ने रुचि नहीं दिखाई है और कई जगह रिजर्व प्राइस से भी नीचे बोली लगाने की सूचनाएं आ रही हैं. इससे सरकार को राजस्व में भारी नुकसान हुआ है.
हिन्दुस्थान समाचार