हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में नशे के खिलाफ पुलिस की सख्त कार्रवाई लगातार जारी है. एसपी शिमला संजीव गांधी के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘मिशन क्लीन’ के तहत शिमला पुलिस ने अंतरराज्यीय सोनू गैंग के 10 तस्करों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को इन तस्करों के पास से भारी मात्रा में चिट्टा (हेरोइन) और नकदी भी बरामद हुई है. इस कार्रवाई के साथ ही पुलिस अब तक इस गैंग से जुड़े 21 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
पुलिस द्वारा पकड़े गए तस्करों में रितिक जिष्टू, पुष्पेंद्र, दिगंबर सिंह, पवन छेत्री, विपुल, शशि कुमार, हनी लाल, धीरज शर्मा, रमन कायथ और धर्म सिंह उर्फ काकू सोनी शामिल हैं. ये सभी आरोपी हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों से ताल्लुक रखते हैं और लंबे समय से नशे की तस्करी में सक्रिय थे.
पुलिस का कहना है कि इन तस्करों का नेटवर्क अंतरराज्यीय स्तर पर फैला हुआ है और इनके तार बाहरी राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं.
शिमला पुलिस ने कुछ महीने पहले इस गिरोह के सरगना सोहनलाल उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया था. उसके बाद से पुलिस लगातार इस गैंग की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी और धीरे-धीरे इसके सदस्यों को गिरफ्तार किया जा रहा है.
पिछले दिनों इसी गैंग के आठ तस्कर लाखों रुपये कैश और चिट्टे के साथ पकड़े गए थे. अब तक पुलिस इस गैंग के तस्करों से 9,22,537 रुपये की अवैध राशि भी जब्त कर चुकी है.
एसपी शिमला संजीव गांधी ने बुधवार को बताया कि पुलिस नशे के कारोबार के खिलाफ पूरी ताकत से अभियान चला रही है. उन्होंने बताया कि ड्रग्स सप्लाई चेन को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए पुलिस ने गहन जांच मॉड्यूल तैयार किया है, जिसमें हर उस व्यक्ति की जानकारी जुटाई जा रही है जो नशे के कारोबार से किसी भी रूप में जुड़ा हुआ है.
एसपी ने कहा कि शिमला जिले में ड्रग्स पेडलिंग के कारणों और इसके प्रभावों का गहराई से अध्ययन किया गया है. पुलिस ने इसे अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हुए इस अवैध धंधे से जुड़े हर व्यक्ति पर शिकंजा कसने की रणनीति बनाई है. उन्होंने कहा कि शिमला को नशामुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है और इसके लिए कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी.
हिन्दुस्थान समाचार