होली के दौरान कुछ अज्ञात हमलावारों ने बंबर ठाकुर और उनके पीएसओ पर फायरिंग की थी. एम्स बिलासपुर में भर्ति पीएसओ संजीव कुमार का इस गोलिकांड पर बयान सामने आया है. पीएसओ ने बताया कि ‘कैसे उन्होंने सूझ-बूझ से अपनी और बंबर ठाकुर की जान बचाई. उन्होंने कहा कि मैं अपने विभाग का नाम कभी खराब नहीं होने देता. मेरा मेन मोटिव था साहब (बंबर ठाकुर) की सुरक्षा करना और उन्हें बचाना इसके लिए चाहे जान भी देनी पड़ती.

मैं उन्हें मार भी देता और साहब की जान नहीं बचती तो ये मेरे लिए शर्मिंदगी हो जाती. इसलिए मैंने साहब को पहले साइड किया फिर उनपर फायर किया. मुझे पहले गोली लग चुकी थी, इसलिए मेरा निशाना सही से नहीं लगा, क्योंकि गोली लगने से मुझे दिखना बंद हो गया था. मैं साइड से फायर कर शूटरों को आसानी से मार सकता था, लेकिन शूट करने में मुझे समय लगता, क्योंकि पिस्टल को पहले लोड और फिर कॉक करना पड़ता, इतने में साहब को फायर लग जाते. मेरा मेन मोटिव साहब की सुरक्षा करना था. इसमें मैं कामयाब हुआ और मेरी और साहब की जान भी बच गई.’
हरियाणा से हैं शूटर
गौरतलब है कि बंबर ठाकुर पर फायरिंग करने वाले हमलावरों की पहचान हो गई है. इस गोलीकांड में संदिग्ध अमन कुमार और सागर दोनों गांव रतोली, जिला रोहतक, हरियाणा के रहने वाले हैं.