शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा के दौरान एक तीखी बहस देखने को मिली. चर्चा के दौरान कांग्रस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने विपक्षी भाजपा पर एक टिप्पणी की, जिससे सदन का माहौल गरमा गया. विक्रमादित्य की टिप्पणी से भाजपा के सदस्य भड़क गए और उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया.
सदन में शोर-शराबा बढ़ता देख स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने विक्रमादित्य सिंह को अपनी बात रोकने और बैठने के लिए कहा. उन्होंने यह भी व्यवस्था दी कि मंत्री द्वारा कही गई वह टिप्पणी गैर-संविधानिक थी, इसलिए उसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया जाएगा. स्पीकर की इस व्यवस्था से विपक्षी सदस्य शांत हो गए और सदन में कुछ हद तक शांति स्थापित हुई.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विक्रमादित्य सिंह को अपनी टिप्पणी के लिए सदन में माफी मांगनी चाहिए. इसके बाद स्पीकर की अनुमति मिलने पर विक्रमादित्य सिंह ने फिर से बजट पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा कि भाजपा द्वारा हिमाचल प्रदेश के मामलों को बाहरी राज्यों में उठाया जाता है, जिससे राज्य की छवि खराब हो रही है. विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वह अपनी बात पर अडिग हैं और उन्हाेंने कोई भी गलत बात नहीं कही.
हिन्दुस्थान समाचार