बिलासपुर में पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर पर हुए हमले को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है. बिलासपुर पुलिस द्वारा मंडी के चक्कर क्षेत्र से इस हमले में इस्तेमाल हुए हथियारों और एक बोलेरो गाड़ी को कब्जे में लिया गया है, बताया जा रहा है कि इसी गाड़ी से ही हमलावर फरार हुए थे. पुलिस ने गाड़ी के चालक समेत 5 लोगों को हिरासत में लिया है. जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है. हालांकि, अब इन 5 आरोपियों में से 3 को गिरफतार किया गया है. इन 3 अरोपियों के नाम रितेश, मंजीत नड्डा और रोहित राणा हैं.
आरोपी शूटर मंजीत और रोहित पर रेकी करवाने के आरोप लगे हैं. बताया जा रहा है कि दोनों पहलवान है. वहीं, इनकी एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. बताया जा रहा है कि ये शूटर हरियाणा के रोहतक के रिटोली गांव के रहने वाले हैं.
एसआईटी का हुआ गठन
बता दें कि हिमाचल पुलिस महानिदेशक अतुल वर्मा ने बिलासपुर गोलीकांड की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. इस टीम की अध्यक्षता मंडी की कमांडेंट व डीआईजी सौम्या संबासिवन करेंगी. टीम में बिलासपुर पुलिस अधीक्षक (एसपी) संदीप धवाल, घुमारवीं के उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) चन्द्र पॉल और थाना सदर, बिलासपुर के एसएचओ हरनाम सिंह शामिल के नाम भी शामिल हैं. शिमला के एडीजीपी ज्ञानेश्वर सिंह को एसआईटी के कार्यों की निगरानी करने की जिम्मेदारी दी गई है. एसआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस गोलीकांड केस की विस्तृत और निष्पक्ष जांच करें, साथ ही समय-समय पर पुलिस मुख्यालय को जांच की प्रगति से अवगत कराएं. इसके अलावा हमलावरों की तलाश के लिए पुलिस मंडी और कुल्लू जिलों में विशेष अभियान चला रही है. इसके लिए मंडी पुलिस की भी मदद ली जा रही है. इस बात की पुष्टी एसपी बिलासपुर संदीप धवल ने की है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि होली के दिन बिलासपुर में पूर्व कांग्रेस विधायक बंबर ठाकुर पर उनकी पत्नी के सरकारी आवास के बाहर 4 अज्ञात हमलावारों ने 22 से 24 राउंड फायरिंग की थी. इस हमल में बंबर ठाकुर की टांग और उनके पीएसओ को गोली लगी थीं. जिसके बाद पूर्व विधायक को IGMC शिमला में इलाज के लिए रेफर कर दिया गया. वहीं उनके पीएसओ AIIMS बिलासपुर में भर्ति हैं. डॉक्टरों द्वारा बंबर ठाकुर की हालत अब स्थिर बताई जा रही है. इस बीच हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्या सिंह, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया और मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने IGMC पहुंचकर उनका कुशल-क्षेम जाना.

पहली बार नहीं हुआ हमला
बता दें कि यह पहली बार नहीं जब बंबर ठाकुर पर हमला हुआ है. एक साल पूर्व भी उन पर जानलेवा हमला हुआ था. उन्होंने कई बार आरोप लगाए थे कि उनकी हत्या की साजिश की जा रही हैं.