धर्मशाला: विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री बजरंग लाल बागड़ा ने शनिवार को चामुंडा में हिमाचल प्रदेश सरकार पर मंदिरों के धन को सरकारी योजनाओं में उपयोग करने पर कड़ी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि यह हिंदू मंदिरों पर सरकारी आक्रमण है, विश्व हिंदू परिषद और हिंदू समाज इसे कतई भी सहन नहीं करेगा.
उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश की विश्व हिंदू परिषद की प्रांत बैठक जो चामुंडा में आयोजित की गई है उसमें इस कानून की वापसी के लिए एक उग्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी.
इस अवसर पर उन्होंने कहा की वित्तीय घाटों से जूझ रही सरकारें जो अपने को सेकुलर कहलाती हैं,केवल हिंदू मंदिरों पर ही अतिक्रमण क्यों करती हैं.क्या यह सरकार चर्च या मस्जिद से भी सरकारी योजनाओं के लिए इस प्रकार धन का उपयोग करवायेंगी.
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 35 से अधिक जो मंदिर सरकार के अधिग्रहण में है उन्हें अविलंब हिंदू समाज को सौंपा जाए.
उनकी व्यवस्था नियंत्रण और संपत्ति सभी पर हिंदू समाज का अधिकार हो, इसके लिए एक व्यापक रूपरेखा के तहत पूरे भारतवर्ष में अभियान की शुरुआत हो चुकी है और आगामी कुछ दोनों में देश के अन्य भागों में भी इस प्रकार के हिंदू मंदिर मुक्ति अभियान शुरू किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि हिंदू समाज का पुनरउत्थान हो रहा है. इसका प्रत्यक्ष प्रमाण लगभग 500 वर्ष के संघर्ष के कालखंड की परिणिति राम मंदिर के भव्य निर्माण के रूप में हुई है. जात, बिरादरी, पंथ, संप्रदाय को दरकिनार करते हुए संपूर्ण हिंदू समाज एकजुट हुआ है और रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए उसने अपने भंडार पूरी तरह अपने आराध्य देव के प्रति अर्पित कर दिए हैं.
उन्होंने कहा कि अभी हाल का एक और सशक्त प्रमाण है – कुंभ में 65 करोड़ से अधिक तीर्थ यात्रियों का आगमन. बिना किसी निमंत्रण के सुविधा असुविधा को दरकिनार कर हर पीढ़ी का हिंदू प्रयागराज पहुंचा है. यह स्पष्ट संकेत है की संपूर्ण विश्व में सनातन एक बार पुनः करवट लेता नजर आ रहा है, प्रयागराज में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सम्मेलन में जनसंख्या असंतुलन और नशे की समस्या के प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए उन्होंने भारत की युवा शक्ति से आग्रह किया है कि वह देरी से विवाह करने की परंपरा को बदले और परिवार में वृद्धि कर तीन से चार संतान उत्पन्न कर समाज में आ रही जनसंख्या असंतुलन को दूर करने में सहायक बने.
उन्होंने कहा की विदेशी षडयंत्रों के चलते भारत का युवा नशे की समस्या में सम्मिलित हो रहा है जिसका प्रतिकार करने के लिए विश्व हिंदू परिषद की युवा इकाइयों बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी जागरण के माध्यम से प्रयासरत है. विहिप केंद्रीय महामंत्री ने परिवारों के टूटने और तलाक की संख्या में वृद्धि का कारण मीडिया के व्यक्तिगत आजादी के प्रचलन को बढ़ावा देने की प्रवृत्ति को बताया उन्होंने कहा कि टीवी और ओटीटी भी सामाजिक जिम्मेदारी निभाई इस प्रकार के सीरियल ना बनाए जाएं जिनसे सामाजिक व्यवस्थाओं पर उतरा घाट होता निशाना बना रहे हैं हो.
हिन्दुस्थान समाचार