नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति करने वाली छह महिलाओं को सौंपकर देशभर में महिलाओं के योगदान का जश्न मनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया. आज प्रधानमंत्री मोदी का एक्स अकाउंट संभालने वालों में शतरंज स्टार, वैज्ञानिक और मशरूम लेडी सहित छह महिलाएं शामिल हैं.
प्रधानमंत्री ने आज उनका सोशल मीडिया अकाउंट्स संभालने वाली छह प्रेरक महिलाओं का जिक्र कर विकसित भारत के निर्माण में उनके योगदान की सराहना की. प्रधानमंत्री की इस पहल के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छह महिलाओं को प्रधानमंत्री के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने प्रेरक विचार और यात्रा को देश-दुनिया के साथ साझा करने का अवसर मिला.
प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा, “सुबह से ही आप सभी ने असाधारण महिलाओं द्वारा अपने सफ़र को साझा करने और अन्य महिलाओं को प्रेरित करने वाले प्रेरक पोस्ट देखे हैं. ये महिलाएं भारत के अलग-अलग हिस्सों से हैं और उन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल की है, लेकिन एक अंतर्निहित विषय है- भारत की नारी शक्ति का कौशल. उनका दृढ़ संकल्प और सफलता हमें महिलाओं की असीम क्षमता की याद दिलाती है. आज और हर दिन, हम एक विकसित भारत को आकार देने में उनके योगदान का जश्न मनाते हैं.”
इस अनूठी पहल की घोषणा सबसे पहले प्रधानमंत्री ने 23 फरवरी को अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान की थी, जिससे छह सफल महिलाओं को मोदी के सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से अपनी कहानियां साझा करने का अवसर मिला. इनमें तमिलनाडु के चेन्नई में 2001 में जन्मी वैशाली भी हैं. वह शतरंज की ग्रैंडमास्टर खिलाड़ी हैं. उन्होंने 2023 में फिडे ग्रैंड स्विस जीतकर महिला विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया. वे ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानंद की बड़ी बहन हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री के एक्स हैंडल के माध्यम से पोस्ट किया, “महिलाओं को खेलों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने से लेकर उन्हें प्रशिक्षण देने और उन्हें पर्याप्त खेल अनुभव देने तक, भारत जो प्रगति कर रहा है वह असाधारण है.”
ओडिशा की एलिना मिश्रा और मध्य प्रदेश की शिल्पी सोनी ने संयुक्त रूप से भारत की शोध और प्रौद्योगिकी में प्रगति में योगदान देने वाले प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के रूप में अपने अनुभव साझा किए. एलिना मिश्रा मुंबई में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) में परमाणु वैज्ञानिक के रूप में काम करती हैं, जबकि शिल्पी सोनी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में एक प्रमुख अंतरिक्ष वैज्ञानिक हैं.
बिहार की अनीता देवी ने भी अपनी प्रेरक यात्रा साझा की. उन्हें बिहार की मशरूम लेडी के रूप में भी जाना जाता है. उन्होंने 2016 में माधोपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी की स्थापना की. उन्होंने सैकड़ों महिलाओं को रोजगार के अवसर देकर आत्मनिर्भर बनाया है. इसके अलावा उनकी कंपनी किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक जैसी जरूरी चीजों को भी सस्ती दरों पर उपलब्ध कराती है.
राजस्थान की अजयता शाह ने 2011 में फ्रंटियर मार्केट्स की स्थापना की. इसके माध्यम से उन्होंने 35,000 से अधिक डिजिटल रूप से कुशल महिला उद्यमियों को सक्षम बनाकर ग्रामीण उद्यमिता को बदल दिया है. उनकी पहल ने आत्मनिर्भर महिला उद्यमियों का एक नेटवर्क बनाया है जो ग्रामीण भारत में आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं का वितरण करते हैं, जिससे स्थानीय बाजारों और आर्थिक विकास के बीच की खाई को पाटा जा रहा है.
सार्वभौमिक सुलभता की पक्षधर दिल्ली की डॉ. अंजली अग्रवाल ने भी अपनी यात्रा साझा की. सामर्थ्यम सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी की संस्थापक के रूप में उन्होंने समावेशी गतिशीलता और बाधा-मुक्त बुनियादी ढांचे की दिशा में काम करते हुए तीन दशक से अधिक समय बिताया है. देश में स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों को दिव्यांगों के लिए अधिक सुलभ बनाने में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है.
हिन्दुस्थान समाचार