शिमला: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी ने वामपंथी दलों, विशेष रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पर निशाना साधते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में उनकी कोई राजनीतिक जमीन नहीं बची है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीपीएम सिर्फ कांग्रेस के प्रवक्ता की तरह काम कर रही है और जनता से जुड़े मुद्दों पर उनकी कोई गंभीरता नहीं है.
महेंद्र धर्माणी ने कहा कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के कुप्रबंधन के कारण प्रदेश की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. कांग्रेस सरकार की अदूरदर्शी नीतियों के कारण हिमाचल ऋण के बोझ तले दबता जा रहा है और कर्मचारियों के वेतन तक के लिए धन की कमी हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस गंभीर स्थिति पर भी वामपंथी दल चुप्पी साधे हुए हैं, जो यह साबित करता है कि वे केवल कांग्रेस के समर्थन में काम कर रहे हैं, न कि जनता के मुद्दों को लेकर.
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सीपीएम और अन्य वामपंथी दल सिर्फ विरोध और आंदोलन की राजनीति करते हैं, लेकिन जब उन्हें सत्ता मिलती है, तो वे पूरी तरह विफल साबित होते हैं. यही कारण है कि जनता ने उन्हें नकार दिया है. उन्होंने बताया कि 2017 में सीपीएम के पास राकेश सिंघा की एकमात्र सीट थी, लेकिन 2022 में वह भी हार गए.
धर्माणी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को मोदी सरकार की कई योजनाओं से सीधा लाभ मिल रहा है. अटल टनल रोहतांग, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स और उज्ज्वला योजना जैसी योजनाओं से प्रदेश में विकास को गति मिली है. उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से जनता को सीधा लाभ मिल रहा है और रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं.
महेंद्र धर्माणी ने वामपंथी दलों से अपील की कि वे सिर्फ विरोध की राजनीति छोड़कर प्रदेश के विकास में योगदान दें. उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता अब केवल विकास चाहती है न कि निरर्थक बयानबाजी.
हिन्दुस्थान समाचार
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