शिमला: हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के चालक-परिचालक संघ और प्रबंधन के बीच बुधवार को शिमला में वार्ता हुई, जो किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई. संघ के अनुसार पिछले 65 महीनों से लंबित नाइट ओवरटाइम और डीए एरियर का भुगतान अब तक नहीं किया गया है जिससे कर्मचारी नाराज हैं. संघ ने पहले ही प्रबंधन को 6 मार्च तक का समय दिया था लेकिन बैठक में कोई समाधान न निकलने से कर्मचारियों में रोष बढ़ गया है.
संघ के अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने वार्ता विफल होने की पुष्टि करते हुए सोमवार को कहा कि प्रबंधन लगातार टालमटोल कर रहा है जिससे कर्मचारियों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर 6 मार्च तक लंबित भुगतान नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा. संघ ने चक्का जाम की चेतावनी देते हुए कहा कि इसका पूरा जिम्मा सरकार और एचआरटीसी प्रबंधन का होगा.
ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अक्टूबर 2024 में आश्वासन दिया था कि मार्च 2025 से पहले चालक-परिचालकों के पांच वर्षों के बकाए भुगतान किए जाएंगे, लेकिन अभी तक एक भी रुपया जारी नहीं किया गया है. कर्मचारियों को सिर्फ आश्वासन ही दिए जा रहे हैं जिससे उनमें गहरी नाराजगी है.
संघ ने साफ कर दिया है कि अगर समय रहते उनकी वित्तीय देनदारियों का निपटारा नहीं किया गया, तो वे आंदोलन के बड़े कदम उठाने को मजबूर होंगे. अब देखना होगा कि प्रबंधन और सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाते हैं.
हिन्दुस्थान समाचार