Himachal Politics: सुक्खू सरकार द्वारा हिमाचल के मंदिरों के लिए नया फरमान जारी हुआ है. जिसमें सभी जिलों के डीसी को पत्र लिखकर सरकार को सुखाश्रय योजना के लिए मंदिरों से पैसे देने को कहा गया है. वहीं, इसको लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुंदरनगर में कहा कि भाजपा सुक्खू सरकार द्वारा मंदिरों की जमा पूंजी पर नजर डालने और उससे पैसा वसूलने की कोशिशों का विरोध करेगी. ठाकुर ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने एक पत्र जारी कर मंदिरों से पैसा लेने की बात कही है और प्रशासन ने मंदिर समितियों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है, जो कि पूरी तरह से शर्मनाक और सनातन विरोधी है.
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने सनातन विरोधी इरादे पहले ही जाहिर कर दिए थे और देशभर में यह कहा था कि हम 97% हिंदुत्व विचारधारा को हराकर आए हैं. उनके हर कदम में उनका वही हिंदुत्व और सनातन विरोधी रवैया साफ नजर आ रहा है. यह पहली बार है जब सरकार मंदिरों की जमा पूंजी पर नजर डाल रही है.”
उन्होंने ने आगे कहा कि प्रदेश के मंदिर हमेशा आपदा और आपातकालीन परिस्थितियों में मदद करते रहे हैं, लेकिन अब मंदिरों से पैसा वसूलने का यह कदम इतिहास में पहली बार उठाया जा रहा है. “सरकार ने दो साल पहले इस योजना की बात की थी, लेकिन इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपनी फ्लैगशिप योजनाओं को प्रचारित करने में करोड़ों रुपये खर्च किए, बावजूद इसके इन योजनाओं के लाभार्थियों के लिए कुछ भी नहीं किया गया.”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार एक तरफ सनातन विरोधी बयान देती है जबकि दूसरी तरफ मंदिरों से पैसे लेकर अपनी योजनाओं को चलाने की कोशिश कर रही है. “बीजेपी इस फैसले का सड़क से सदन तक विरोध करेगी. मंदिरों और ट्रस्ट के लोग तथा आम लोग भी इस फैसले का विरोध करें. मुख्यमंत्री को अब समझना होगा कि उनके झूठ और धोखाधड़ी की दुकान प्रदेश में नहीं चलेगी.”
वहीं, सीएम सुक्खू ने कहा, “मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना और मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के लिए बजट रखा गया है. मंदिरों का पैसा देने के लिए नहीं कहा गया है. अगर किसी बच्चे की मेडिकल कॉलेज में फीस जमा करवानी है तो उसकी डॉक्यूमेंट की फॉर्मेलिटी शिमला आती है. ऐसे में हमने बच्चे की फीस जमा करवाने के लिए डीसी को अधिकृत कर दिया है. ताकि उसका दाखिला रद्द न हो. हमारी बजटीय स्कीम है. अच्छी योजनाओं के लिए जयराम ठाकुर को भी योगदान करना चाहिए”.
हिन्दुस्थान समाचार