शिमला: नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस दौरान पुरानी पेंशन बहाली और यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) के विरोध को लेकर कई अहम फैसले लिए गए. बैठक की अध्यक्षता राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने की. उन्होंने कहा कि महासंघ पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली के लिए अपने संघर्ष को और तेज करेगा. इस दौरान 12 हजार करोड़ रुपये की NSDL से वापसी को लेकर विस्तृत चर्चा हुई और इसे लेकर आगे की रणनीति पर विचार किया गया.
बैठक में छूटे हुए कर्मचारियों के लिए भी पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की जरूरत पर जोर दिया गया. प्रदीप ठाकुर ने कहा कि बिजली बोर्ड, जिला परिषद और अन्य विभागों में कार्यरत उन कर्मचारियों के लिए भी पुरानी पेंशन बहाली की दिशा में प्रयास तेज किए जाएंगे, जो अब तक इससे वंचित हैं. महासंघ ने स्पष्ट किया कि NPS और UPS दोनों ही कर्मचारियों के हित में नहीं हैं और ये व्यवस्थाएं देश के शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के भविष्य के लिए घातक हैं.
यूनिफाइड पेंशन स्कीम के विरोध में आगामी आंदोलनों की रणनीति भी बैठक में तैयार की गई. संगठन ने मार्च माहिने में जिला स्तरीय बैठकों का आयोजन करने का निर्णय लिया ताकि महासंघ को और मजबूती मिल सके. इस दौरान प्रदेशभर के कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्रों में सांसदों को ज्ञापन सौंपेंगे और प्रधानमंत्री के नाम पुरानी पेंशन बहाली के लिए पत्र लिखवाएंगे. इसके अलावा एक अप्रैल को पूरे देश में काला दिवस मनाने का निर्णय लिया गया, जिसके तहत कर्मचारी काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे और जिला अधिकारियों के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
महासंघ ने अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस 1 मई को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विशाल प्रदर्शन करने की घोषणा की है. महासचिव भरत शर्मा ने सभी कर्मचारियों से इन आंदोलनों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने की अपील की. उन्होंने कहा कि यह केवल वर्तमान कर्मचारियों की नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित भविष्य की लड़ाई है, इसलिए इस संघर्ष में सभी को एकजुट होना होगा.
हिन्दुस्थान समाचार
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