शिमला: हिमाचल प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ने वाला है. अगले छह दिनों तक राज्य में खराब मौसम रहने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 20 फरवरी के लिए भारी बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही अंधड़ और बिजली चमकने की चेतावनी भी दी गई है. पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण राज्य में बारिश और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शिमला, चंबा, कुल्लू, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों में बर्फबारी होने की आशंका है. इसके अलावा अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी देखने को मिल सकती है. पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हो सकता है और कुछ स्थानों पर सड़कें भी अवरुद्ध हो सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार 21 से 25 फरवरी के बीच भी प्रदेश में मौसम खराब रहेगा. इस दौरान पर्वतीय इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी हो सकती है. हालांकि, इन दिनों के लिए किसी तरह का विशेष अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन बारिश और हिमपात से तापमान में गिरावट होगी और सर्दी का असर और बढ़ सकता है.
लाहौल-स्पीति और किन्नौर में जमाने वाली ठंड, तापमान शून्य से नीचे
पहाड़ी इलाकों में पहले से ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है. खासकर लाहौल-स्पीति और किन्नौर में तापमान शून्य से नीचे बना हुआ है. लाहौल-स्पीति जिले के कूकुमसेरी में न्यूनतम तापमान -5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि ताबो में -7.3 और केलंग में -6.3 डिग्री सेल्सियस रहा. मनाली में न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री, जबकि शिमला में 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बीते 24 घंटों में पूरे प्रदेश में औसत न्यूनतम तापमान में 0.1 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है. इस गिरावट से साफ है कि आने वाले दिनों में ठंड और अधिक बढ़ सकती है.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में ठंड बढ़ने की संभावना है. उन्होंने कहा कि 20 फरवरी को भारी वर्षा और हिमपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच बुधवार को राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल छाए हैं. मौसम विभाग के मुताबिक आज शाम से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है. मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन और आम लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है. बर्फबारी और बारिश से कई सड़कों पर फिसलन बढ़ने से यातायात प्रभावित हो सकता है.
हिन्दुस्थान समाचार