शिमला: राजधानी शिमला के बाईपास के समीप ओल्ड बैरियर इलाके में स्थित पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) की वर्कशॉप में बीती देर शाम भीषण आग लग गई. गनीमत रही कि इस अग्निकांड में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ लेकिन वर्कशॉप का भवन आग की भेंट चढ़ गया. आग लगने की इस घटना में लाखों रुपये के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. हालांकि नुकसान के सटीक आंकड़े का अभी तक आकलन नहीं हो पाया है.
जंगल की आग ने विकराल रूप धारण किया
जानकारी के अनुसार शिमला शहर के समीप जंगल में लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और तेजी से फैलते हुए पर्यटन विभाग की इस वर्कशॉप को अपनी चपेट में ले लिया. वर्कशॉप में रखे टायर आग की लपटों में जलकर खाक हो गए जिससे आग और भी भयानक हो गई. इस वर्कशॉप में पर्यटन विभाग की वोल्वो बसें भी पार्क थीं, जिन्हें समय रहते सुरक्षित स्थान पर हटा लिया गया जिससे बड़ी क्षति टल गई.
वर्कशॉप बंद होने से टला बड़ा हादसा
यह अग्निकांड उस समय हुआ जब वर्कशॉप बंद थी, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई. घटना की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने में जुट गईं. बालूगंज, छोटा शिमला और मॉल रोड केंद्र से दमकल वाहनों को घटनास्थल पर भेजा गया. आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं.
बालूगंज अग्निशमन केंद्र के प्रभारी गोपाल स्वयं मौके पर मौजूद हैं और राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी की. उन्होंने बताया कि आग पर नियंत्रण पाने के लिए सभी संभव प्रयास किए गए और आग बुझाने का काम चल रहा है.
इस अग्निकांड से वर्कशॉप में लाखों रुपये के नुकसान की आशंका है, लेकिन अभी तक इसके सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं. अग्निशमन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नुकसान का विस्तृत आकलन शुक्रवार सुबह तक तैयार कर लिया जाएगा.
अभी तक आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह जंगल में लगी आग थी जो तेजी से फैलते हुए वर्कशॉप तक पहुंच गई. आग कैसे और किन परिस्थितियों में लगी, इसका पुलिस पता लगा रही है.
हिन्दुस्थान समाचार