शिमला: ब्यास में हो रहे अवैध खनन को रोकने गए एसडीएम सदर आईएएस ओमकांत ठाकुर पर हमला कर दांत तोड़ने वाले आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लेकर कोर्ट में पेश किया, कोर्ट ने उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया.
घटना के समय आरोपी ने शराब पी रखी थी. यही नहीं एसडीएम के बोलने के बाद भी हमलावर ने उन्हें नहीं पहचानने से इंकार कर दिया और सीधे उन पर हमला कर दिया. फिलहाल सदर पुलिस थाना में आरोपी हीरा लाल पुत्र नरोतम निवासी जंजैहली को गिरफतार कर खिलाफ पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता 132, 121(1), 352, 351 (1) 303 (1), 126(1) और माइनिंग एक्ट केतहत मामला दर्ज किया गया है. जिसमें आरोपी के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालना, लोकसेवक को जानबूझ कर गंभीर रूप से घायल, आपराधिक धमकी देना, लोकसेवक को गलत तरीके से रोकना और अवैध खनन करने की धाराएं लगाई गई हैं. आरोपी ने ही अकेले एसडीएम पर हमला किया था. हालांकि पुलिस मामले में अन्य लोगों की भी संल्पिता का पता लगा रही है. आरोपी को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है. इस मामले में मंगलवार को पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को डिटेन कर पूछताछ की है. जिसमें रेत निकालने वाला ठेकेदार, लेबर और खच्चर वाले शामिल हैं. यही सभी ब्यास नदी से अवैध तरीके से रेत निकाल बेचते हैं.
एसडीएम पर हमला करने वाला आरोपी हीरा लाल बिंद्रावणी में दुकान करता है और साथ ही अपनी पत्नी व अन्य लोगों के साथ रेत निकालने का भी काम करता है. जिस समय एसडीएम सदर ने ब्यास नदी में छापा मारा, उसे समय हीरा लाल, उसकी पत्नी और अन्य लोग भी थे. एसडीएम को देखकर बाकी लोग तो मौके से फरार हो गए थे, लेकिन हीरा लाल और उसकी पत्नी मौके पर ही रहे. जैसे ही एसडीएम ने उन्हें अवैध खनन के लिए लताड़ लगानी शुरू की तो आरोपी ने उन पर हमला कर दिया. इस मामले में हालांकि पुलिस ने हीरा लाल को ही आरोपी बनाया है. उसकी पत्नी को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है.
बता दें कि यह मामला सोमवार देर शाम का है. एसडीएम सदर आईएएस ओमकांत ठाकुर ब्यास नदी में बिंद्रावणी के पास हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए गए थे. इस दौरान उनके साथ कोई निजी सुरक्षा कर्मी भी नहीं था. वह ड्राईवर के साथ ही अकेले अवैध खनन माफिया के बीच चले गए. हालांकि, उन्होंने इस दौरान वहां पहुंच कर पुलिस को फोन भी किया, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही एसडीएम खनन को रोकने चले गए. उनके जाते ही कुछ लोग भाग गए, जबकि आरोपी ने उन पर मुक्कों की बरसात कर दी. जिसमें वह घायल हो गए और उनका एक दांत टूट भी गया. जिसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया और प्राथमिक ईलाज दिया गया. इस घटना के बाद जिला प्रशासन के साथ ही मंडी पुलिस के अधिकारी भी जोनल अस्पताल पहुंचे और हालात का जायजा लिया. हमले के बाद अब एसडीएम सदर के स्वास्थ्य में कुछ सुधार हुआ है. मंगलवार को एसडीएम ओमकांत ठाकुर अपने आवास पर ही रहे. वहीं एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि इस मामले में जांच जारी है. कई और लोगों से पूछताछ की गई है.
हिन्दुस्थान समाचार