धर्मशाला: पूर्व मंत्री व कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता किशन कपूर पंचतत्व में विलीन हो गए. रविवार को पूर्व सांसद का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव खनियारा स्थित मांझी खड्ड के शमशानघाट में किया गया. पूर्व सांसद को उनके बेटे शाश्वत कपूर ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर प्रदेश भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मौजूद रहा जिन्होंने अपने नेता को अंतिम विदाई दी. इससे पूर्व रविवार सुबह उनका शव खनियारा स्थित पटौला मैदान में लोगों के दर्शनों के लिए रखा गया जहां सैंकड़ों की संख्या में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं सहित आम लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
भाजपा नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद की अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया. उधर सरकार की तरफ से कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार और उपमुख्य सचेतक केवल पठानिया ने पूर्व सांसद को श्रद्धांजलि देकर अंतिम विदाई दी.
इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, प्रदेश भाजपा महासचिव त्रिलोक कपूर, पूर्व मंत्री रमेश धवाला, राधा रमण शास्त्री, विधायक सुधीर शर्मा, जनक राज सहित अन्य विधायक और पूर्व विधायक तथा बड़ी संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ताओं के अलावा जिला प्रशासनिक अधिकारी व बड़ी संख्या में धर्मशाला से स्थानीय और तिब्बती समुदाय भी मौजूद रहा.
गौरतलब है कि लंबी बीमारी के चलते बीते दिन शनिवार को पूर्व सांसद किशन कपूर का निधन हो गया था. वह 74 वर्ष के थे. वह अपने पीछे धर्मपत्नी, बेटा व बेटी छोड़ गए हैं. कपूर पिछले कुछ दिनों से पीजीआई में उपचाराधीन थे. उन्हें बीते रविवार को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था.
किशन कपूर का प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा नाम रहा है. उन्होंने राजनीति की लंबी पारी खेली और हमेशा धर्मशाला के विकास की लड़ाई लड़ी और सदन में आवाज बुलंद की. धर्मशाला के मुद्दों को उठाने वाली यह आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई. स्व किशन कपूर 5 बार विधायक रहे हैं और 3 बार मंत्री व एक बार सांसद रहे हैं. उन्होंने अपना पहला चुनाव 1985 में लड़ा था. यह चुनाव वह हार गए थे. वर्ष 1990 में पहली बार विधायक बने. 1998, 2008 व 2017 में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री रही, जबकि 2019 में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद बने. वर्ष 2008 से 2012 प्रो. प्रेम कुमार धूमल की सरकार में परिवहन, जनजातीय मंत्री रहे. वर्ष 2017 से 2019 तक जयराम सरकार में उद्योग, परिवहन व शहरी विकास मंत्री रहे. 2019 से 2024 तक कांगड़ा के सांसद बने.
किशन कपूर राजनीतिज्ञ ही नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ सदस्य थे. कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के वर्ष 2019 में उन्होंने रिकॉर्ड मतों के अंतर से सीट जीती थी. उन्होंने 4.77 लाख मतों के अंतर से जीत हासिल की थी जो पूरे देश में 72.2 फीसद के साथ दूसरा सबसे बड़ा मतदान प्रतिशत है. कपूर का राजनीति में लंबा इतिहास रहा है और वे अपेक्षाकृत कम उम्र में ही सक्रिय राजनीति में आ गए थे.
हिन्दुस्थान समाचार