शिमला: खेलो इंडिया विंटर गेम्स 2025 में हिमाचल प्रदेश की पुरुष और महिला आइस हॉकी टीमों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किए. यह प्रतियोगिता 23 से 27 जनवरी तक लेह में आयोजित हुई. यह पांचवीं बार था जब खेलो इंडिया विंटर गेम्स का आयोजन हुआ जबकि हिमाचल की टीमें चौथी बार इसमें प्रतिभाग कर रही थीं.
प्रतियोगिता से लौटने के बाद शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में आइस हॉकी एसोसिएशन ऑफ हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष अभय डोगरा और महासचिव रजत मल्होत्रा ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन की सराहना की. उन्होंने कहा कि पिछली बार भी हिमाचल की टीमों ने कांस्य पदक जीते थे. लेकिन इस बार प्रदर्शन पहले से कहीं बेहतर रहा. उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में नेशनल गेम्स के आइस हॉकी मुकाबलों का शेड्यूल जारी होगा, जो देहरादून में होंगे. उम्मीद है कि हिमाचल की टीमें वहां भी उम्दा प्रदर्शन करेंगी और पदक जीतेंगी.
इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी बनी चुनौती
पुरुष आइस हॉकी टीम के कप्तान प्रणव डोगरा और असिस्टेंट कप्तान सोनम छेरिंग ने कहा कि टीम ने इस बार बेहतरीन खेल दिखाया. लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा.
उन्होंने बताया कि हिमाचल की टीम को अभ्यास के लिए आइस रिंक बहुत कम समय के लिए मिलती है, जबकि लेह-लद्दाख, आईटीबीपी और आर्मी की टीमों को पूरे साल अभ्यास की सुविधा उपलब्ध होती है. इसी कारण हिमाचल की टीमें इनसे हार गईं.
खिलाड़ियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के कैंपों में हिमाचल के खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जाए और आवश्यक उपकरणों की खरीद के लिए सहयोग दिया जाए. उन्होंने कहा कि शिमला और काजा में ऑल-वेदर आइस स्केटिंग रिंक बनाने की योजना को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए ताकि खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश की पुरुष आइस हॉकी टीम में डोगरा स्काउट्स के 12, शिमला के 2 और काजा के 5 खिलाड़ी शामिल थे. वहीं हिमाचल की महिला आइस हॉकी टीम में किन्नौर की 1 और काजा की 19 खिलाड़ी थीं. टीम के प्रमुख खिलाड़ी थे.
हिन्दुस्थान समाचार