Mahakumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बीती रात बड़ा हादसा हो गया, जहां अचानक मौनी अमावस्या के मद्देनजर श्रद्धालुओं का बड़ा सैलाब स्नान करने के लिए वहां पहुंच गया. इस दर्दनाक हादसे में 10 से ज्यादा लोगों की मौत की खबर सामने आई है वहीं बड़ी तादाद में लोग घायल भी हुए है. यह भगदड़ संगम नोज पर मची थी जोकि अचानक से काफी खबरों में आ गया. तो आखिर संगम नोज होता क्या है और यहां पर अचानक इतनी भीड़ क्यों आ जुटी? इसके बारे में नीचे बताने जा रहे हैं.
आखिर क्या है संगम नोज?
भगदड़ के बाद कई लोगों के दिमाग में संगम नोज को लेकर सवाल उठ रहे हैं तो आपको बता दें कि प्रयागराज में संगम नोज स्थान का नाम उसके आकार के चलते पड़ा है. कहा जाता है कि यही वो स्थान है जहां पर गंगा, यमुना और सरस्वती (अदृश्य रूप से) आकर मिल जाती है. ऐसे में स्नान के लिए यह जगह और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है और ज्यादातर श्रद्धालु यही पर स्नान करने पर महत्व देते हैं.
इस वजह से हुआ हादसा
बता दें कि संगम नोज वाला भाग ज्यादा चौड़ा नहीं है जिसके चलते इस क्षेत्र को 2019 की तुलना में भीड़ के अनुमान को देखते हुए बढ़ाया भी गया है. इस बार महाकुंभ में संगम नोज पर हर घंटे 2 लाख श्रद्धालु स्नान कर सकते हैं मगर अचानक भीड़ का दबाव बढ़ जाने से इसी स्थान पर हादसा हो गया.
मौजूदा जानकारी के अनुसार पहले से ही कई लोग संगम नोज पर थे मगर भारी संख्या में लोग वहां जाता चाह रहे थे जिसके चलते हालात नियंत्रण से बाहर चले गए और भगदड़ मच गई. बाद में प्रशासन की तरफ से कई रास्तों को खोलकर भीड़ को डायवर्ट किया गया जिसके बाद स्थिति कुछ संभल सकी.
सीएम योगी ने की है अपील
महाकुंभ भगदड़ हादसे के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संगम नोज पर न जाने की अपील की है. साथ ही यह भी कहा है कि जो जहां भी है वहीं से अपने नजदीकी घाट पर जाकर स्नान करे. वहीं मौनी अमावस्या के चलते पुलिस भी अन्य घाटों पर जाकर स्नान करने के लिए कह रही है.