शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस पर सनातन धर्म का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि यह कांग्रेस की विरासत और फितरत बन चुकी है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता चाहे वे छुटभैये हों या राष्ट्रीय अध्यक्ष हर बार सनातन धर्म को अपमानित करने का मौका नहीं छोड़ते हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के नेता देश के विकास को नजरअंदाज कर रहे हैं और अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी सनातन धर्म का अपमान करने के रास्ते पर चल पड़े हैं.
जयराम ठाकुर ने यह भी सवाल उठाया कि कांग्रेस के नेताओं को देश में हो रहे विकास के प्रयास क्यों नजर नहीं आते? उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे चौमुखी विकास का जिक्र किया, जैसे कि दुनिया के सबसे ऊंचे रेल और मेहराब वाले चिनाब सेतु और वंदे भारत ट्रेन के अद्भुत नजारे. उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस के नेताओं को देशभर में हर दिन होने वाले हजारों करोड़ रुपये के शिलान्यास और लोकार्पण कार्य नहीं दिखाई दे रहे हैं?
इसके अलावा जयराम ठाकुर ने महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर 144 वर्षों बाद आया है, जिसमें लाखों लोग शामिल हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक 15 करोड़ से अधिक लोग कुंभ में स्नान कर चुके हैं और मौनी अमावस्या पर इस संख्या में और बढ़ोतरी होने का अनुमान है.
जयराम ठाकुर ने कहा कि महाकुंभ से न केवल धार्मिक लाभ हो रहा है बल्कि इसका आर्थिक लाभ भी हो रहा है क्योंकि श्रद्धालुओं द्वारा खर्च किए गए पैसे से बाजार में गतिशीलता आती है, अर्थव्यवस्था को फायदा होता है और रोजगार सृजन होता है.
उन्होंने कांग्रेस के नेताओं से अपील की कि वे सनातन धर्म का सम्मान करें और अपने दृष्टिकोण को बदले. जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को सनातन धर्म और मंदिरों के विकास से जुड़े आंकड़ों को समझना चाहिए क्योंकि इनसे न केवल शहर, बल्कि पूरे जिले और प्रदेश का विकास होता है और राजस्व अर्जन होता है.
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अपनी सोच को व्यापक बनाना चाहिए और देश के विकास के प्रयासों को नकारने के बजाय उनका समर्थन करना चाहिए.
हिन्दुस्थान समाचार