शिमला: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि नशे के खिलाफ अभियान में सबको एकजुट होने की आवश्यकता है. उन्होंने समाज के सभी वर्गों से नशे को समाप्त करने में संकल्पित होने और प्रतिबद्धता से कार्य करने पर बल दिया.
राज्यपाल शिमला में एक मीडिया समूह द्वारा आयोजित ‘यंग अचिवर्स अवार्ड-2025’ में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. उन्होंने इस अवसर पर, समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवाओं को ‘यंग अचिवर्स अवार्ड-2025’ प्रदान किए.
इस अवसर पर, राज्यपाल ने कहा कि नशे के खिलाफ मुहिम को उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से राज्य में शुरू किया था. एक वर्ष तक उन्हें स्वयं इस बात को लेकर शंका थी कि परिणात क्या आएगा. लेकिन, मीडिया और आम लोगों के सहयोग से बदलाव आने लगा है.
राज्यपाल ने कहा कि समाचार पत्र ने समाज से प्रतिभाओं की खोजकर उन्हें प्रोत्साहित करने का कार्य किया है. उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि सम्मान पाने वालों में बेटियां भी सबसे आगे हैं. यह प्रोत्साहन अन्यों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा. उन्होंने समाचार पत्र से आग्रह किया कि इस तरह के कार्यक्रमों में भविष्य में विशेष श्रेणी की प्रतिभाओं को शामिल करने का प्रयास किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पुरस्कार पाने वालों की लगन, रचनात्मकता और दृढ़ता है, जो उन्हें इस प्रतिष्ठित मंच तक लाई है. उन्होंने न केवल अपने लिए उपलब्धियाँ हासिल ही हैं, बल्कि राज्य को भी गौरवान्वित किया है और हिमाचल प्रदेश के अनगिनत युवाओं के लिए रोल मॉडल बने हैं.
शुक्ल ने हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व दिवस और गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए राज्यपाल ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र है. लगभग 150 करोड़ की आबादी के साथ, भारत 29 वर्ष की औसत आयु के साथ सबसे युवा देशों में से एक है. यह दुनिया की कुल युवा आबादी का लगभग 20 प्रतिशत है. उन्होंने कहा कि इस जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग करके, हम भारत को एक विकसित भारत के रूप में आगे बढ़ा सकते हैं.
उन्होंने कहा कि कार्य कोई भी छोटा या बढ़ा नहीं होता है, सोच बड़ी होनी चाहिए. और यही बड़ी सोच के साथ समाचार पत्र ने प्रतिभाओं को सम्मानित करने का कार्य किया है. सम्मानित होने वालों के कार्य को पहचान मिली है. उन्होंने कहा कि आज भारत के विषय मेें जो लोग गलत सोचते हैं वह अपने विषय में ही अस्पष्ट हैं.
हिन्दुस्थान समाचार