शिमला: जिला शिमला के चौपाल थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी. चंजालपुल के पास रहने वाले नेपाली मजदूर प्रकाश नेपाली की पांच वर्षीय बेटी अनुषा पर तेंदुए ने हमला कर दिया. घटना तब हुई, जब अनुषा अपने डेरा (अस्थायी निवास) से बाहर निकली थी. तेंदुआ उसे उठाकर जंगल की ओर भागने लगा. लेकिन बच्ची के माता-पिता ने साहस दिखाते हुए शोर मचाया, जिसके चलते तेंदुआ कुछ दूरी पर बच्ची को छोड़कर भाग गया.
माता-पिता की तत्परता से बची जान
अनुषा पर तेंदुए के हमले के दौरान माता-पिता ने तुरंत शोर मचाया और तेंदुए का पीछा किया. इस प्रयास के कारण तेंदुआ बच्ची को छोड़कर भाग गया. बच्ची को एम्बुलेंस से तत्काल सिविल अस्पताल नेरूवा ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है.
हमले के दौरान अनुषा को पीठ और कंधे पर गहरे जख्म आए हैं. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को खतरे से बाहर बताया है, लेकिन तेंदुए के हमले के कारण परिवार और ग्रामीणों में भय का माहौल है.
इस घटना के बाद से चंजालपुल और आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई है. स्थानीय निवासियों ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और तेंदुए को पकड़ने की मांग की है.
पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि बच्ची की हालत खतरे से बाहर है. घटना के समय माता-पिता अगर शोर नहीं मचाते तो बच्ची की जान को खतरा हो सकता था.
हिन्दुस्थान समाचार