शिमला: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. उन्होंने विशेष रूप से पैराग्लाइडिंग उद्योग को हिमाचल पर्यटन के लिए वरदान बताया है. बीड़-बिलिंग जो विश्वभर में पैराग्लाइडिंग के लिए प्रसिद्ध हो चुका है, तेजी से विकसित हो रहा है. यहां हर साल विभिन्न देशों के पायलट आते हैं और बड़े होटलों का निर्माण भी हुआ है.
शांता कुमार ने सोमवार को एक बयान में पैराग्लाइडिंग उद्योग में आ रही बाधाओं को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से उचित प्रशिक्षण और उपकरणों की व्यवस्था न होने के कारण इस तेजी से बढ़ते उद्योग को नुकसान पहुंच रहा है. उन्होंने चिंता जताई कि पिछले पांच वर्षों में पैराग्लाइडिंग से जुड़ी दुर्घटनाओं में लगभग 30 लोगों की मृत्यु हुई है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की है.
उन्होंने कहा कि कई करोड़ रुपये की लागत से प्रशिक्षण केंद्र का भवन तैयार हो चुका है लेकिन अब तक प्रशिक्षण शुरू नहीं हुआ है. उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि पैराग्लाइडिंग पर्यटन से जुड़ी सभी कमियों को जल्द से जल्द दूर किया जाए.
शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल और विशेष रूप से बीड़-बिलिंग ने पैराग्लाइडिंग के क्षेत्र में विश्वभर में अपनी पहचान बनाई है. यदि सरकार इस उद्योग की समस्याओं का समाधान करे तो यह प्रदेश के लिए एक बड़ा पर्यटन उद्योग बन सकता है.
हिन्दुस्थान समाचार