शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) के मंडी धर्मपुर डिपो में कार्यरत चालक संजय कुमार की आत्महत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है. चालक परिचालक संघ ने मंडी एचआरटीसी के डीएम द्वारा की जा रही जांच पर सवाल खड़े किए हैं. संघ ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश या किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की है. इसके साथ ही संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे मंडी डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक और मंडलीय प्रबंधक के खिलाफ आंदोलन छेड़ देंगे.
चालक परिचालक संघ के प्रदेश अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने बुधवार को शिमला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि धर्मपुर डिपो के आरएम और मंडी एचआरटीसी के डीएम हमेशा से चालक और परिचालकों के खिलाफ पक्षपाती रवैया अपनाते आए हैं. उन्होंने कहा कि इस पृष्ठभूमि में डीएम एचआरटीसी मंडी से निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है.
मान सिंह ठाकुर ने कहा कि जांच के आदेश के बावजूद धर्मपुर डिपो पूरे दिन खुला रहा और सुबह ही आरएम के पक्ष में जांच रिपोर्ट तैयार कर दी गई. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चालक संजय कुमार ने आत्महत्या से पहले छुट्टी के लिए लिखित आवेदन दिया था जिसमें उन्होंने पारिवारिक हिंसा का हवाला दिया था. उन्होंने कहा कि संभावना है कि यह चिट्ठी संजय कुमार ने नहीं लिखी बल्कि इसे जांच को भटकाने के लिए तैयार किया गया है.
संघ ने आरएम और डीएम के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी
संघ का कहना है कि आरएम धर्मपुर और डीएम एचआरटीसी मंडी दोनों की कार्यशैली चालक परिचालकों के प्रति हमेशा से दुर्भावनापूर्ण रही है. मान सिंह ठाकुर ने कहा कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करवाई गई तो संघ इन अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोलने को बाध्य होगा. संघ ने मांग की है कि इस संवेदनशील मामले की जांच सेवानिवृत्त न्यायाधीश या किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए ताकि सभी तथ्य सामने आ सकें.
गौरतलब है कि धर्मपुर डिपो में कार्यरत चालक संजय कुमार ने कुछ दिन पहले आत्महत्या कर ली थी. बताया जा रहा है कि वह लंबे समय से मानसिक दबाव झेल रहे थे. आत्महत्या से पहले संजय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. इस वीडियो में चालक संजय ने आरएम धर्मपुर पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. इस मामले के तूल पकड़ने के बाद एचआरटीसी प्रबंधन ने जांच के आदेश दिए हैं.
हिन्दुस्थान समाचार