ऊना: उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की उत्कृष्ट सेवाओं को सम्मान देने के लिए जल शक्ति गौरव पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की है. यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हर साल उन कर्मियों को प्रदान किया जाएगा जो अपनी सेवाओं में उत्कृष्टता और समर्पण का प्रदर्शन करते हुए हर घर व खेत तक पानी पहुंचाने के लक्ष्य को साकार कर रहे हैं.
श्री अग्निहोत्री ने यह ऐतिहासिक घोषणा शुक्रवार को ऊना जिले के हरोली उपमंडल स्थित कांगड़ मैदान में आयोजित राज्य स्तरीय जल जागरूकता समारोह के दौरान की. उन्होंने बताया कि इस पुरस्कार के लिए विस्तृत नियमावली तैयार की जा चुकी है. यह कदम उन कर्मियों का उत्साहवर्धन करेगा, जो कठिन परिस्थितियों में भी अपनी जिम्मेदारियों का निष्ठापूर्ण निर्वहन कर रहे हैं. समारोह के दौरान उपमुख्यमंत्री ने जल शक्ति विभाग के वार्षिक कैलेंडर का विमोचन भी किया.
पारदर्शिता है प्राथमिकता, अच्छे काम पर सम्मान और गलत पर मिलेगा दंड
श्री अग्निहोत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग में पारदर्शिता हमारी प्राथमिकता है. अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि विभागीय टेंडर प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी हो. उन्होंने कहा कि जो अच्छा काम करेंगे, उन्हें सम्मानित किया जाएगा, जबकि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को सख्ती से दंडित दिया जाएगा.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ काम कर रही है, और गलत काम करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि यह हमारी दृढ़ इच्छा शक्ति ही थी जो ठियोग प्रकरण में हमने 10 अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया, ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट किया और जांच प्रक्रिया शुरू की. प्रदेश सरकार ने पूर्व में लंबित पड़ी योजनाओं को पूरा करने की दिशा में काम किया है. लंबे समय से अटकी फिन्ना सिंह परियोजना और शाह नहर परियोजना के काम को हमारी सरकार ने निर्णायक अंजाम दिया है.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार हिमाचल के हितों से खिलवाड़ कर रही है. केंद्र सरकार ने प्रदेश के पैसों को रोकने और परियोजनाओं को अटका कर हिमाचलवासियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है., लेकिन प्रदेश सरकार विकास की गति को रूकने नहीं देगी.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जल शक्ति विभाग के 20 हजार कर्मचारी लोगों के घरों और खेतों में पानी पहुंचाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं. उन्होंने विभाग के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की मेहनत और निष्ठावान सेवाओं के लिए सराहना की. उन्होंने विभाग को अपनी उपलब्धियों व कार्यों के प्रचार प्रसार पर ध्यान देने और लोगों को उनसे अवगत कराने के लिए प्रयास करने को कहा. उन्होंने लोगों से भी विभाग का सहयोग करने की अपील की.
साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग में पूर्व सरकार के समय में जो जल रक्षक रखे गए हैं, उनकी सेवाओं को तत्कालीन शर्तों-नियमों के अनुरूप ही नियमित किया जाएगा.
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश में साल 2023 में आई प्राकृतिक आपदा के दौरान विभाग की जलापूर्ति योजनाओं की बहाली के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जीवन न्योछावर करने वाले दो जांबाज कर्मवारों – स्व. राजेश कुमार व स्व. गुल्लू राम को मरणोपरांत सम्मान प्रदान करते हुए उनके परिजनों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए. कांगड़ा जिले के सहोड़ा गांव के स्व. राजेश कुमार विभाग में कनिष्ठ अभियंता के पद पर कार्यरत थे. 24 अगस्त 2023 को दौलतपुर जलाड़ी तकीपुर योजना की बहाली के समय भूस्खलन की चपेट में आने से उनका दुखद निधन हो गया था. वहीं, चंबा की गहरा पंचायत के घल्लू गांव के स्व. गुल्लू राम सनोटू में बेलदार के पद पर कार्यरत थे. 26 जुलाई 2023 को गेहरा अनुभाग की पेयजल योजना की बहाली के समय गहरी खाई में गिरने से उनकी दुखद मृत्यु हो गई थी.
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने प्रदेशभर में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जल शक्ति विभाग के 126 कर्मियों को जल शक्ति सम्मान प्रदान किया. इनमें जल शक्ति विभाग के शिमला जोन के 37, धर्मशाला जोन के 37, हमीरपुर जोन के 30 व मंडी जोन के 22 कर्मचारी थे.
हिन्दुस्तान समाचार