शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने गुरूवार को डॉ. राजीव बंसल, डॉ. बासु सूद और डॉ. प्रभात मित्तल द्वारा लिखित पुस्तक ‘जेंडर पर्सपेक्टिव्स इन पब्लिक पॉलिसी एंड डेवलपमेंट’ का विमोचन किया.
लेखकों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जेंडर पर्सपेक्टिव्स का दायरा शिक्षाविदों तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि कार्यान्वयन विभागों को जेंडर समानता की परिवर्तनकारी क्षमता को पहचानते हुए जेंडर आधारित नीति और विकास को प्राथमिकता देते हुए अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमें जेंडर-संवेदनशील नीति और विधायी वातावरण को मजबूत करना चाहिए साथ ही जेंडर-समावेशी योजनाओं और बजट का समर्थन करना चाहिए. जेंडर समानता के प्रयासों को बढ़ावा देना चाहिए. जेंडर आधारित निर्णय लेने के लिए डेटा संग्रह और अनुसंधान में निवेश किया जाना चाहिए. लैंगिक समानता बेहतर और प्रगतिशील दुनिया बनाने में महत्वपूर्ण है.
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि यह पुस्तक जेंडर नीति और विकास के बीच महत्वपूर्ण संबंधों के बारे में विस्तारपूर्वक और विविध दृष्टिकोणों से परिपूर्ण रचना है. यह पुस्तक लैंगिक आधारित विकास नीतियों और प्रथाओं को आकार प्रदान करती है और महिलाओं और लड़कियों के जीवन की जटिल वास्तविकताओं का समाधान करने वाले लिंग-संवेदनशील दृष्टिकोणों की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है.
यह पुस्तक विभिन्न योगदानों की एक श्रृंखला के माध्यम से विकास रूपरेखाओं, नीतियों और कार्यक्रमों में लिंग विश्लेषण को एकीकृत करने के महत्व को प्रदर्शित करती है. यह पुस्तक सफल पहलों और रणनीतियों को प्रदर्शित करती है जिन्होंने लैंगिक समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है और इससे संबंधित चुनौतियों पर भी प्रकाश डालती है.
हिन्दुस्थान समाचार