शिमला: ठियोग में पानी आपूर्ति घोटाले को लेकर विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार पर ढुलमुल रवैया अपनाने और घोटाले को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की नीयत पर सवाल खड़े हो रहे हैं. उन्होंने मांग की है कि घोटाले में संलिप्त सभी व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए.
जयराम ठाकुर ने शनिवार को एक बयान में कहा कि ठियोग में हुए पानी आपूर्ति घोटाले का मामला एक साल पुराना है, लेकिन सरकार को इसकी भनक तक नहीं लगी. जब टैंकर चालक ने नवंबर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस घोटाले का खुलासा किया तब भी सरकार और प्रशासन चुप्पी साधे रहा. शिकायत महीनों तक एसडीएम के पास पड़ी रही और जब विपक्ष ने इस मामले को सड़कों पर उठाया तब जाकर सरकार ने कार्रवाई का दिखावा किया.
उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने तक सीमित रहकर अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती. जय राम ने कहा कि यह स्पष्ट है कि बिना राजनीतिक संरक्षण और पक्षपात के इतनी बड़ी गड़बड़ी संभव नहीं हो सकती. जो क्षेत्र सड़कविहीन हैं, वहां भी टैंकर से पानी की सप्लाई दिखाकर फर्जी बिल पास किए गए. एक ही दिन में हजारों किलोमीटर का सफर तय करना दिखाया गया. यह सब अधिकारियों और संबंधित लोगों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है.
नेता प्रतिपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले ठेकेदार अपने भुगतान के लिए धरने दे रहे हैं, जबकि फर्जी पानी सप्लाई के बिल बिना जांच के पास हो रहे हैं. उन्होंने मांग की कि इस घोटाले से जुड़े अधिकारियों को जांच पूरी होने तक उनके पदों से हटाया जाए और प्रदेश में हुई अन्य पानी आपूर्ति परियोजनाओं की भी निष्पक्ष जांच करवाई जाए.
हिन्दुस्थान समाचार