शिमला: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में कश्मीरी शॉल विक्रेताओं को धमकियों और उत्पीड़न की घटना सामने आई है. इस मामले में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की साेशल मीडिया की पाेस्ट ने तूल पकड़ लिया है. इस पाेस्ट के बाद हरकत में आई हिमाचल पुलिस ने कश्मीर से आए लगभग 20 विक्रेताओं की शिकायत पर घुमारवीं थानामेंएफआईआर दर्ज करलीहै.
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वे घुमारवीं क्षेत्र में किराए के मकानों में रहकर फेरी लगाकर ऊनी वस्त्र बेचते हैं. उनके पास सभी दस्तावेज मौजूद हैं और उनका पंजीकरण भी स्थानीय पुलिस थाने में है. शिकायत के अनुसार, मामला बुधवार सुबह का है जिसमें बताया गया कि कुछ शरारती तत्वों ने उन्हें धमकाया और गाली-गलौज की. आरोपियों ने उन्हें गांव-गांव जाकर व्यापार न करने और क्षेत्र छोड़ने की धमकी दी.
इस मामले में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने नाराजगी जाहिर करते हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से हस्तक्षेप की अपील की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “हिमाचल प्रदेश में कश्मीरी व्यापारियों को निशाना बनाना चिंताजनक है. यह उन्हें अलग-थलग करने की कोशिश है.”
महबूबा ने यह भी कहा कि यह घटना लक्षित हिंसा के बढ़ते मामलों का हिस्सा है, जो कश्मीरियों के लिए असुरक्षित माहौल बना सकती है. मुफ्ती ने मुख्यमंत्री सुक्खू से आग्रह किया है कि वे व्यक्तिगत रूप से इस मामले पर ध्यान दें और कश्मीरी व्यापारियों के लिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करें.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चौधरी ने कहा कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कश्मीरी विक्रेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी.
हिन्दुस्थान समाचार