शिमला: भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती के अवसर पर शिमला में रीज मैदान स्थित उनकी प्रतिमा पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए. इस कार्यक्रम में अटल जी के योगदान को याद करते हुए राज्यपाल शुक्ल ने उन्हें महान नेता और राष्ट्र निर्माता के रूप में श्रद्धांजलि दी.
राज्यपाल ने कहा कि लोग कहते थे कि अटल जी शतायु होकर जीने के काबिल थे, लेकिन उन्होंने 100 वर्ष पूरे किए बिना ही भारत को वो महान उपलब्धि दी, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने पोखरण में परमाणु परीक्षण करके दुनिया को यह संदेश दिया कि भारत अपनी शक्ति का सम्मान करता है और किसी भी दबाव के सामने झुकता नहीं है. अटल जी ने हमेशा यह सिखाया कि हम शांति के दूत हैं, लेकिन क्रांति करना जानते हैं.
राज्यपाल ने आगे कहा कि अटल जी का जीवन हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है. वह सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के रूप में भारत को जोड़ने का काम कर गए. उनका सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाना यह बताता है कि उन्होंने देश में जो आर्थिक सुधार किए, वे आज भी प्रासंगिक हैं.
इस मौके पर राज्यपाल शुक्ल ने अटल जी की जीवनी पर आधारित एक प्रदर्शनी का रिबन काटकर शुभारंभ भी किया. प्रदर्शनी में अटल जी के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण क्षणों और उनकी राजनीतिक यात्रा को दर्शाया गया.
हिन्दुस्थान समाचार
ये भी पढ़ें- हिमाचल में दो दिन की बर्फबारी के बाद मौसम खुला, 226 सड़कें बंद, मनाली सहित 8 शहरों का पारा माइनस में