जयपुर अग्निकांड में म़ृतकों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. अभी तक इस हादस में 14 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 80 लोग घायल हैं जिनमें से 30 की हालत गंभीर बनी हुई है. ये दुर्घटना इतनी भयानक थी कि इसमें जिन लोगों की बॉडी जल गई है उनकी पहचान तक नहीं हो पा रही है. ऐसे शवों की पहचान करने के लिए सरकार ने अब डीएनए टेस्ट कराने का फैसला लिया है. वहींं इस अग्निकांड की जांच भी हो रही है. शुरूआती जांच में सामने आया है कि हादसे में खाक होने वाली बस का परमिट 16 महीने पहले खत्म हो चुका था.
राजस्थान की राजधानी जयपुर के भांकरोटा थाना इलाके में जयपुर-अजमेर हाइवे स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने शुक्रवार सुबह करीब पाैने छह बजे एलपीजी टैंकर और ट्रक की टक्कर के बाद ब्लास्ट हो थी. जानकारी के अनुसार एलपीजी टैंकर में हुआ ब्लास्ट इतना भयंकर था कि आग की लपटें करीब दो सौ फीट ऊपर उठी. टैंकर में भरी करीब 32 टन गैस में जोरदार धमाका हुआ जिसके कारण टैंकर उछल कर घटनास्थल के आसपास के वाहनों पर गिरा, जिससे वे वाहन भी जलकर राख हो गए. हादसा इतना भयानक था कि उसने करीब चालीस से अधिक वाहनों को चपेट में ले लिया, इसमें एक स्लीपर बस भी शामिल है, जो टैंकर के पीछे चल रही थी. सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की दर्जनों गाड़ियां घटनास्थल और उसके आसपास पास के इलाके में आग बुझाती रही.
PM मोदी और सीएम भजनलाल ने मुआवजे का किया ऐलान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये जबकि घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की, जबकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5 लाख तथा गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा की.
हादसे के बारे में पुलिस कमिश्नर ने बताया
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि भारत पेट्रोलियम के एलपीजी गैस से भरा टैंकर शुक्रवार सुबह करीब पाैने छह बजे अजमेर से जयपुर की ओर आ रहा था और दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने से वापस यू-टर्न ले रहा था, तभी जयपुर से आ रहे ट्रक ने टैंकर काे टक्कर मार दी. जिससे टैंकर में लगे पांच नोजल टूट गए और लिक्विड एलपीजी आसपास के इलाके में फैलने लगी. धमाके के साथ निकली चिंगारी के संपर्क में आते ही चारों ओर आग और धुएं का गुबार फैल गया. चारों ओर लोगों की चीख-पुकार मच गई. चालीस से अधिक आग की चपेट में आए वाहनों में सवार लोगों ने अपनी जान बचाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन वे आग की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए.
हिन्दुस्थान समाचार
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