धर्मशाला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 2 साल के दौरान किसी भी तरह का भ्रष्टाचार नहीं किया है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार हिमाचल की संपदा को लुटने नही देगी और ना ही लुटाने देगी. सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन के अंदर विपक्ष द्वारा गंभीर विषय पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सदस्य गंभीर नहीं दिखे. नेता प्रतिपक्ष सदन से बार-बार बाहर जा रहे थे बावजूद इसके सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी इस चर्चा में पूरी गंभीरता के साथ और तथ्यों के साथ हिस्सा लिया.
उन्होंने कहा कि आज यानी वीरवार को वह भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले विपक्ष को जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल के कार्यकाल में हमारी सरकार ने वित्तीय संकट के बावजूद प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को हर तरह के वित्तीय लाभ दिए हैं. प्रदेश के विकास को लगातार जारी रखा है. यह सरकार पारदर्शी व नैतिक सरकार है और व्यवस्था परिवर्तन के मकसद से वह प्रदेश के लोगों की सेवा करने के लिए आए हैं ना कि सत्ता सुख के लिए.
उन्होंने कहा कि केंद्र से किसी भी तरह की आर्थिक सहायता ना आपदा के दौरान मिली और ना ही कर्मचारियों को दिए जाने वाले वित्तीय लाभों को लेकर कोई मदद मिली है. हालांकि उल्टा एनपीएस का 9200 करोड़ रुपए केंद्र सरकार के पास पड़े हैं जिन्हें भी प्रदेश को नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि यही नहीं प्रदेश के लोन लिमिट का 1500 करोड़ रुपए भी अभी तक नहीं दिया जा रहा है बावजूद इसके आने वाले समय में भी प्रदेश के विकास में और सरकारी कर्मचारियों के वित्तीय लाभों को लेकर किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी.
हिन्दुस्थान समाचार
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