ऊना: जिला प्रशासन ऊना ने घने कोहरे और शीतलहर के मद्देनजर जनहित में एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर आवश्यक सावधानियों का पालन करने की अपील की गई है. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष और उपायुक्त जतिन लाल ने कहा कि तापमान में गिरावट और शीतलहर के प्रभाव से आगामी दिनों में कोहरे की स्थिति और गंभीर हो सकती है, ऐसे में लोगों को सुरक्षा के उपायों के प्रति सतर्क रहना जरूरी है.
यातायात के लिए जरूरी सावधानियां
उपायुक्त ने वाहन चालकों से घने कोहरे में सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण सलाहें दीं. उन्होंने कहा कि वाहन चालकों को गति नियंत्रित रखने की आवश्यकता है और उन्हें धीमी गति से वाहन चलाने की अपील की. इसके अलावा, गाड़ी की लाइट को लो बीम पर रखने और फॉग लाइट का उपयोग करने की सलाह दी गई. वाहन चालकों को वाहनों के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखने, सड़क पर पेंट की गई लाइनों का पालन करने और मोबाइल फोन का प्रयोग और तेज आवाज में संगीत सुनने से बचने की भी चेतावनी दी गई है.
शीतलहर से बचाव के उपाय
एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि शीतलहर के दौरान लोगों को यथासंभव घर के अंदर रहने की सलाह दी गई है. बाहर निकलते समय सिर, कान, हाथ, पैर और नाक को अच्छी तरह से ढक कर रखें. साथ ही, मौसम के पूर्वानुमान की जानकारी के लिए रेडियो, टीवी या समाचार पत्रों का सहारा लें. ऊनी कपड़े पहनने, पोषक आहार और गर्म पेय का सेवन करें और हीटर या अंगीठी का उपयोग करते समय कमरे में उचित वेंटिलेशन बनाए रखने की सलाह दी गई है.
उपायुक्त ने यह भी कहा कि शीतलहर के दौरान सिर को ढकना और मुंह को भी ढक कर रखना जरूरी है, ताकि ठंडी हवा से शरीर और फेफड़ों को सुरक्षा मिल सके. उन्होंने कहा कि कम तापमान में शारीरिक श्रम से बचें, क्योंकि इससे हृदयघात का खतरा बढ़ सकता है.
स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां
स्वास्थ्य के संबंध में उपायुक्त ने बताया कि शरीर के अंगों का सुन्न होना, हाथ-पैर की उंगलियों, कान और नाक पर सफेद या पीले दाग शीतदंश के लक्षण हो सकते हैं. अत्यधिक ठिठुरना, सुस्ती, थकान, स्मृति कमजोर होना या तुतलाना हाइपोथर्मिया के संकेत हो सकते हैं. यदि किसी को इस तरह की कोई समस्या महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
हिन्दुस्थान समाचार
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