शिमला: शिमला जिला के कुमारसेन थाना क्षेत्र के नारकण्डा में रविवार शाम अग्निकांड का मामला सामने आया जब बीडीओ दफ्तर के पास स्थित एक स्टोर में अचानक आग लग गई. यह घटना करीब छह बजे के आसपास हुई जिसके बाद आग की सूचना मिलने पर पुलिस चौकी नारकण्डा के कर्मचारियों ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. आग बीडीओ दफ्तर के नजदीक बने एक टीन (चादर) से बने स्टोर में लगी थी.
दमकल वाहनों की मदद से अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने आग को बुझाने की कोशिश की. एक घण्टे की मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस अग्निकांड में बड़ी घटना तो नहीं घटी. लेकिन स्टोर में रखा 20 साल पुराना सरकारी रिकार्ड पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया. रिकार्ड में सरकारी दस्तावेज और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल थी. ये अब राख में तब्दील हो गई. इस घटना से सरकारी कामकाज में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है.
घटनास्थल पर पुलिस की टीम ने जांच शुरू की और आस-पास के लोगों से पूछताछ की. पुलिस ने गवाहों के बयान भी दर्ज किए. इस घटना के कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है. पुलिस ने प्राथमिक जांच शुरू कर दी है, जिसमें यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी थी या इसे जानबूझकर लगाया गया था.
बीडीओ दफ्तर का नया भवन नारकण्डा में बन रहा है, इस कारण दफ्तर के तमाम पुराने रिकार्ड को अस्थायी रूप से इस स्टोर में रखा गया था. आग लगने से यह रिकार्ड पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया. हालांकि राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ. स्थानीय लोग और प्रशासन ने इसे लेकर राहत की सांस ली, लेकिन रिकार्ड के नष्ट होने से सरकारी कामकाज प्रभावित हो सकता है.
कुमारसेन पुलिस की टीम अब इस अग्निकांड की तहकीकात में जुटी हुई है. यह घटना जहां एक ओर सरकारी दस्तावेज़ों के नुकसान का कारण बनी है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी उठता है कि क्या यह हादसा था या किसी ने जानबूझकर आग लगाई थी. डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि इस मामले में पुलिस पूरी गंभीरता से जांच कर रही है.
हिन्दुस्थान समाचार
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