शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को मंडी जिले में माता बगलामुखी रोपवे का शुभारंभ किया, जिसका निर्माण अत्याधुनिक तकनीक से किया गया है. यह रोपवे चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है जोकि बाखली में पंडोह को माता बगलामुखी मंदिर से जोड़ता है. इस रोपवे के शुरू होने से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 800 मीटर लंबे रोपवे का 53.89 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण किया गया है और यह आधुनिक प्रोद्यौगिकी का अद्भुत प्रारूप है. यूरोपीयन सीईएन मानकों पर आधारित यह रोपवे एक घंटे में 21.6 किमी की दूरी तय करेगा तथा प्रति घंटे में 600 यात्रियों को ले जा सकेगा.
इस रोपवे से 14 किमी की अतिरिक्त दूरी कम होगी तथा श्रद्धालु और पर्यटक प्रकृति के मनोरम नजारों का भी आनंद ले सकेंगे. यह प्रदेश का एकमात्र रोपवे है जो पानी के ऊपर पंडोह बांध से होकर गुजरेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रोपवे यात्रियों को क्षेत्र के अनुपम सौंदर्य के दर्शन का अनुभव करवाएगा. प्रकृति की गोद में यह अनूठी विशेषता यात्रियों के रोमांच को बढ़ाएगी और यह उनके लिए बेहद यादगार पल साबित होंगे.
सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि रोपवे से माता बगलामुखी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या में भी आशातीत वृद्धि होगी. इसके अलावा वन विभाग द्वारा निर्मित नेचर पार्क तक पहंचने में भी पर्यटकों और श्रद्धालुओं को सुविधा होगी. कुल्लू मनाली, कसोल और लाहौल-स्पीति आने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक आकर्षण का स्थल बनेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस परियोजना से न केवल पर्यटकों को एक शानदार अनुभव मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी सुदृढ़ होगी.
उन्होंने कहा कि सतत पर्यटन को प्रोत्साहित और यात्रा समय को कम करने के साथ-साथ यह रोपवे क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित करेगा. यह रोपवे अधोसंरचना के विकास को बढ़ावा देने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करता है. मुख्यमंत्री ने माता बगलामुखी मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की.
हिन्दुस्थान समाचार