शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की तारीख तय होने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. सत्र की अवधि केवल चार दिनों की रखे जाने पर विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है. भाजपा ने विधानसभा अध्यक्ष को भी निशाने पर लिया है. भाजपा प्रदेश मीडिया विभाग प्रभारी एवं विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार विपक्ष के सवालों से बचने के लिए इस तरह के कदम उठा रही है.
रणधीर शर्मा ने कहा कि वर्तमान कांग्रेस सरकार के निर्णयों ने देशभर में हिमाचल प्रदेश की छवि को नुकसान पहुंचाया है. अब, विपक्ष के सवालों से बचने के लिए चार दिनों का शीतकालीन सत्र बुलाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि यह तर्क दिया जाएगा कि मानसून सत्र को बढ़ाया गया था, लेकिन इससे पहले बजट सत्र को भी छोटा कर दिया गया था.
रणधीर शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि उनके बयानों से लगता है कि वह सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का पद गरिमा का प्रतीक है, लेकिन उनके हालिया बयान लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मर्यादा के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने छह विधायकों की सदस्यता को लेकर विवादित बयान दिए हैं, जो कि केवल विधायकों को डराने और दबाव बनाने के उद्देश्य से किए गए प्रतीत होते हैं. भाजपा को विश्वास है कि विधानसभा अध्यक्ष किसी भी गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई से बचेंगे.
सुक्खू सरकार के दो साल पूरे होने पर जश्न मनाने की तैयारियों पर भी रणधीर शर्मा ने सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है. केवल कांग्रेस कार्यकारिणी भंग करने का जश्न मनाया जा रहा है, जो मुख्यमंत्री के लिए ही सुखद हो सकता है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सरकार की नाकामियों को उजागर करने के लिए एक कमेटी बनाई है, जो जल्द ही प्रदेश की जनता के सामने सच्चाई लाएगी.
हिन्दुस्थान समाचार